देश के 4 राजनेताओं की भविष्यवाणी, कहा – गुजरात में मोदी को मिलेगी सबसे बड़ी……
गांधीनगर – गुजरात चुनाव इस बार पहले से ज्यादा मजेदार हो गया है। क्योंकि यहां हार जीत से ज्यादा बात देश के प्रधानमंत्री मोदी के अपने ही राज्य में अपनी ताकत साबित करने की है। गुजरात चुनाव उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों से कही ज्यादा कड़ा दिख रहा है। क्योंकि, इक जहां कांग्रेस अपना पुरा जोर लगा रही है तो वहीं दूसरी तरफ हार्दिक पटेल जैसे पट्टीदारों के नेता भी बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी करने की फिराक में है। उत्तर प्रदेश चुनावों से अलग काम करते हुए कांग्रेस ने गुजरात में किसी से गठबंधन करने के बजाय सीधे बीजेपी से भिंडने का फैसला किया है। गुजरात चुनाव को देखते हुए जीत और हार पर इन चार लोगों की भविष्यवाणियों पर भी बात की जा रही है।
गुजरात चुनाव पर सबसे पहली भविष्यवाणी राहुल गाँधी ने की थी। गुजरात चुनाव पर बोलते हुए उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस इस बार गुजरात में चुनाव जितेगी। लेकिन, राहुल गांधी की बात करें तो लगभग हर चुनाव में कांग्रेस की बहुमत का दावा करते ही रहे हैं। लेकिन, 2014 के बाद से तीन सालों में कांग्रेस हर जगह सिर्फ बुरी हार का ही सामना करना पड़ा है। लेकिन, इस बार राहुल गांधी में विश्वास दिख रहा है।
दूसरी भविष्यवाणी किसी और पार्टी के नेता ने नही बल्कि खुद बीजेपी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने की है। हालांकि, उन्होंने सीधे-सीधे बीजेपी की गुजरात चुनाव में हार की बात नहीं की किन जीएसटी को लेकर उन्होंने कहा था कि उसकी वजह से गुजरात में बीजेपी को लाभ से ज्यादा हानि होगी। हालांकि, उनकी भविष्यवाणी में बीजेपी की गुजरात हार से ज्यादा बीजेपी को गुजरात में सचेत रहने की सलाह छिपी हुई थी।
भविष्यवाणी वाली लिस्ट में तीसरा कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह का है। दिग्विजय सिंह कि भविष्यवाणी के मुताबिक गुजरात में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ेगा और कांग्रेस यहां जीत दर्ज करेगी। दिग्विजय सिंह ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर कहा था कि इससे बीजेपी को गुजरात में नुकसान होगा। दिग्विजय सिंह गुजरात में बीजेपी के विकास के दावो पर भी कई बार सवाल उठाये हैं।
गुजरात चुनावों को लेकर लालू यादव की भविष्यवाणी वास्तविकता से कही ज्यादा गुस्से से भरी हुई लगती है। लालू यादव ने खुलकर यह कहा है कि गुजरात चुनाव में मोदी की हार होगी। हालंकि, लालू इस तरह की भविष्यवाणी यूपी विधानसभा चुनावों के दौरान भी कर चुके हैं। यह तो देखने वाली बात होगी की क्या वाकई इस बार इन नेताओं की भविष्यवाणियाँ सही होती हैं या नहीं।