अमेरिका को इस छोटे देश से डर कर भागना पड़ा था, जानिए अमेरिका के हारने की ये दिलचस्प कहानी
भले आज सभी देशों में शान्ति बनी हुई है. लेकिन, इससे पहले एक ऐसा भी दौर था जब हर जगह तबाही ही तबाही फ़ैली हुई थी. देशों के बीच में फ़ैली हिंसा ने दर्दनाक और खतरनाक रूप धारण कर लिया था. उस समय में दो देशों के बीच में युद्ध होना कोई बड़ी बात नहीं थी. भले विश्व युद्ध पहले की बात की जाए या फिर दुसरे विश्व युद्ध की, दोनों ही युद्ध में लाखों लोगों ने अपनी जान वार दी थी. वैसे तो हर देश अपने आप में काफी शक्तिशाली है, लेकिन अमेरिका एक ऐसा देश है, जिसको “द यूनाइटेड स्टेट” के नाम से भी जाना जाता है.
दुनिया में अमेरिका देश बाकी देशों के बदले सबसे शक्तिशाली एवं बलवान माना जाता है. केवल यही नही बल्कि, अमेरिका सबसे विकसित देशों में से भी एक है. यहाँ के नियम और कानूनों से हर कोई वाकिफ है. शायद इसी लिए आज भी लोग यहाँ रहने को पागल होते हैं. ऐसे में आज हम आपके लिए एक ऐसी दिलचस्प ख़बर लेकर आये हैं, जिसे जान कर आपके होश उड़ जायेंगे. दरअसल, अमेरिका जैसे विकशित देश से सभी अन्य देश डरते हैं लेकिन फिर भी एक ऐसा देश था, जिसने अमेरिका के छक्के छुडवा दीये थे. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं अमेरिका देश को डराने वाले देश का आखिर क्या नाम है…
विश्व इतिहास में सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका को माना जाता है. अमेरिका इतना शक्तिशाली है कि सोवियत संघ भी उसके आगे नहीं टिक पाया. आज भी अमेरिका की शक्ति के आगे कोई भी देश नहीं टिक सकता. लेकिन फिर भी दुनिया का एक ऐसा देश है जिससे अमेरिका की रूह कांप उठती है. दरअसल कहने में तो ये देश काफी छोटा सा है लेकिन, युद्ध के मामले में इस देश ने अमेरिका को हार दे दी थी.
दरअसल, आज हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे छोटे देश वियतनाम की. वियतनाम से अमेरिका के साथ लगभग 20 साल तक युद्ध लड़ते रहे थे. वियतनाम देश बहुत ही छोटा देश है. यूँ कह लीजिये कि अमेरिका के साथ लड़ाई मोल लेने की इस देश की कोई औकात नहीं थी. लेकिन, फिर भी इस देश ने अमेरिका से 20 साल तक जंग ज़ारी रखी.
इतने सालों के बाद लड़ते लड़ते आखिरकार इस देश ने अमेरिका को हरा ही दिया था. जिसकी हार खुद अमेरिका स्वीकार करता है. चलिए आज हम जानते हैं इन दोनों देशों की लडाई की कहानी.
अमेरिका से वियतनाम के जीतने की वजह एक भारतीय वीर योद्धा था. जिसको आज भी वियतनाम के लोग भारत से अधिक सम्मान देते हैं. जब वियतनाम अमेरिका से जीत गया तो वहां के राष्ट्राध्यक्ष ने ऐसे ऐसे खुलासे किये कि सभी दंग रहगये. दरअसल, वियतनाम जानता था कि वह अमेरिका से सपने में भी नहींजीत सकते. ऐसे में उनके हाथ भारत के वीर योद्धा छत्रपति शिवाजी की किताब लग गयी. इस किताब में शिवाजी ने युद्ध की कईं तकनीको का ज़िक्र किया था. जिसको अपनाकर वियतनाम ने अमेरिका को बहुत बड़ी हार दे दी.
छत्रपति शिवाजी का नाम सुनते ही हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. ये अकेले ऐसे इंसान थे जिन्होंने मुघलों के चक्के छुड़ा दीये थे. इन्होने अपनी किताब में गोरिल्ला तकनीक के बारे में बताया था. जिसको वियतनाम ने अपना लिया. और अमेरिका उनकी चाल समझ ही नहीं सका कि कहाँ से हमला हो रहा है और फलसरूप हार गया. अमेरिका ने गोरिल्ला को समझने के लिए एक नयीं तकनीक निकली जिसमे उन्हें जहाँ जहाँ इंसानी मूत्र मिलता वह वहां हमला कर देते थे.लेकिन, वियतनाम ने जगहजगह मूत्र कर दिया ता कि वह अमेरिका को समझने का मौका ही ना दे पाएं कि कहाँ से हमला होगा. शायद इसी कारण अमेरिका जैसे बड़े देश को मामूली देश से मुंह की खानी पड़ी.