प्यार के अंतिम पलों में हाथ पकड़ कर लेटे थे, तीन घंटे बाद एक ही बिस्तर पर छोड़ी इस कपल ने दुनिया
नई दिल्ली: प्यार में इंसान अपने साथी से दो ही चीज़ों की अपेक्षा करता है. एक तो उसके साथ जीना और दूसरा उसके साथ मरना. जबकि, ये बात सभी जानते हैं कि जीना और मरना इंसान के हाथ में नहीं है. ये केवल भगवान ही तह कर सकते हैं कि कब किसकी मौत आएगी. लेकिन, फिर भी प्यार में पड़े प्रेमियों को एक दुसरे के साथ जीना मरना एक सुहाने सपने की तरह होता है. इंसान वैसे तो अकेला आता है और अकेला ही दुनिया से चला जाता है. लेकिन, कहते हैं ना कि प्यार में इतनी ताकत होती है कि कभी कभी भगवान को भी उस प्यार के आगे झुकना ही पड़ता है. शायद आपको हॉलीवुड की सुपरहिट फिल्म “नोटबुक” की कहानी याद ही होगी. जहाँ, हीरोइन की यादाश्त हमेशा उसका साथ छोड़ देती थी और उसका पति उसका दो पल प्यार पाने के लिए कईं बार उसके सामने से गुजरता था. परन्तु अंत में दोनों एक ही बिस्तर पर एक साथ मर गये थे और उनका प्यार सबको एक नई परिभाषा दे गया था.
कुछ ऐसा ही एक मामला हाल ही में सोशल साइट्स पर वायरल हो रहा है. जहाँ, एक कपल ने एक साथ अंतिम सांसें ली और तीन घंटे एक दुसरे से बिना कुछ कहे हाथ पकड़ कर लेते रहे. और उन तीन घंटो के बाद दोनों एक साथ ही इस दुनिया को अलविदा कह गये. शायद आपको हमारी इस घटना पर विश्वास नहीं हो रहा होगा. लेकिन यकीन मानिये दोस्तों ये घटना एकदम सच्ची है. चलिए जानते हैं इस पूरी घटना के बारे में…
दरअसल आज हम जिस कपल की बात कर रहे हैं, उनका इतिहास से काफी गहरा सम्बन्ध रह चुका है. वर्ल्ड वॉर 2 की बात है जब एक ब्लाइंड डेट पर गए एक कपल को फिलाडेल्फिया (अमेरिका का एक शहर) में प्यार हो गया था. जिसमे से लड़की का नाम ईज़ाबेल विटनी था जबकि, लड़के का नाम प्रेबल स्टेवर था. लेकिन किस्मत का खेल तो देखिए कि उस वक्त अमेरिका ने युद्ध छेड़ दिया और दोनों को एक दुसरे से दूर होना पड़ गया. लेकिन दुसरे विश्व युद्ध के दौरान दोनों ने अमेरिका को अपनी सेवाएं प्रदान की. जहाँ एक तरफ ईज़ाबेल ने नर्स की तौर पर काम किया वहीँ दूसरी तरफ प्रेबल ने एक मरीन के तौर पर काम करना शुरू कर दिया था. युद्ध के खत्म होते ही दोनों ने वैलेंटाइन डे के अगले दिन यानी फरवरी 1946 में शादी कर ली. धीरेइरे दोनों के प्यार ने पांच बच्चों को जन्म दिया और सभी हस्ती खेलती ज़िन्दगी जीने लग गये.
दोनों की लाइफ बेहतरीन चल रही थी. लेकिन, जाने किसकी नज़र इन्हें लग गयी कि इनकी दुनिया टूट के बिखर गयी. दरअसल धीरे धीरे ईज़ाबेल बीमार होने लग गयी. उसकी हरकतों से साफ़ ज़ाहिर होता था कि वह पागल हो चुकी थी. जिसके चलते साल 2013 में ईज़ाबेल को लॉन्ग टर्म केयर फेसिलिटी में शिफ्ट करना पड़ा और उनके साथ प्रेबल भी वहीं चले गए. द्धेरे धीरे प्रेबल से उनकी हालत सहना काफी बुरा होता जा रहा था. जिसके बाद उन्होंने ईज़ाबेल को दुसरे रूम में शिफ्ट कर दिया. लेकिन, ईज़ाबेल को प्रेबल दुसरे रूम में शिफ्ट होने के बाद याद आने लग गया था. इसलिए जब भी प्रेबल उसकेआमने जाता वह ख़ुशी में झूम उठती थी. प्रेबल अपने 96वें जन्मदिन के काफी करीब थे. उन्होंने एक इच्छा रखी कि वे ईज़ाबेल के साथ सोना चाहते हैं. जिसके लिए स्टाफ ने सभी बंदोबस्त भी कर दिए. दोनों को एक साथ सोने के लिए सिर्फ 3 घंटे का समय दिया गया था. इस बीच दोनों ने एक-दूसरे से एक शब्द भी नहीं बोला. वो दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़कर सो गए.
ईज़ाबेल को प्रेबल का जन्म दिन अच्छे से याद था और उसने कमरे से जाने से पहले उसको विश भी किया था. जिसके बाद प्रेबल काफी खुश था. 25 अक्टूबर को प्रेबल की बेटी ने उससे पुछा कि क्या वह माँ के साथ और समय बिताना चाहेंगे? तो ऐसे में प्रेबल ने अपना सिर हाँ के इशारे में हिला दिया. लेकिन, उसकी बेटी ने शर्त रखी कि “इसके बाद आप माँ को जाने देंगे”. उस वक्त प्रेबल ने हाँ में सिर हिला दिया. और सोने के कुछ घंटो में ही ईज़ाबेल ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. जिसके बाद भी प्रेबल उसके साथ लेटा रहा और कुछ ही समय में उसने भी दुनिया को हमेशा हमेशा के छोड़ दिया. किसमत का इत्तेफाक तो देखिये 14 घंटे के अंतराल में पैदा होने वाला ये कपल मात्र 14 घंटो में ही दुनिया को छोड़ कर अलविदा कह कर चला गया.