गाँव के स्कूल में बच्चे पढ़ाई में थे मगन,अचानक सफ़ेद सधी में दिखी एक औरत, दहशत से बच्चे हुए बेहोश
छत्तीसगढ़: अक्सर हमने फिल्मों में भूतों को देखा है या उन्हें कहानियों में पढ़ा है. लेकिन, आज तक कोई नहीं जान पाया कि भूत असलियत में होते है या नहीं. बड़े बड़े विज्ञानिक भी भूतों की खोज में फेल हो चुके हैं. ऐसे में ये कहना मुश्किल है कि भूत हमारा डर है या सच्चाई है. भूतों और आत्मायों को लेकर बहुत सारे लोगों के अपने अलग अलग विचार है. ज्यादातर लोगों का कहना है कि जिस इंसान की इच्छाएं अधूरी रह गयी हो या फिर जो जीने की आस में मर गया हो, उसकी आत्मा को कभी शान्ति नहीं मिलती और वह हमेशा इसी धरती पर भूत बन कर भटकता रहता है लेकिन, वह किसी को नंगी आँख से दिखाई नही देता. परन्तु आज हम आपको एक ऐसी सच्ची भुतिया घटना बताने जा रहे हैं, जिसको जान कर आपकी रूह कांप जाएगी. दरअसल, छत्तीसगढ़ के फरसगांव में स्थित एक स्कूल में उस वक्त डर का माहोल छा गया जब वहां के बच्चों को स्कूल के कैंपस में सफेद साड़ी में खुले बालों वाली औरत नजर आई. जिसके बाद से पूरे गाँव में डर का माहोल बरकरार है. चलिए जानते हैं आखिर ये पूरी ख़बर क्या है…
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के एक स्कूल में काफी दिन से अजीबो गरीब घ्तान्यें हो रही थी. जिससे पूरा स्कूल प्रशाशन हैरान था. लेकिन, जब स्कूल के बच्चो को सफेद साड़ी में औरत दिखी तो वह डर से कांपने लग गये जिनमे से बहुत सारे बच्चे मौके पर ही बेहोश हो गये. इस काण्ड के बाद स्कूल और पंचायत ने भूत भगाने वाले सिरहा-गुनिया को बुलवाने की बात सोची. जानकारी के अनुसार सिरहा गुनी ने स्कूल आकर कईं तरह के पूजा पाठ भी किये. गाँव वालों ने बताया कि पिछले तीन दिन से उनके गाँव में अजीब हादसे हो रहे हैं. इसके इलावा बहुत सारे बच्चे किसी अदृश्य शक्ति के बारे में ज़िक्र कर रहे हैं. बच्चों से जब पुछा गया तो उन्होंने कहा कि स्छोल की कक्षा में बैठे हुए उनके साथ कईं तरह की घटनाएं घटित हो रही हैं. अभी पूरे गाँव में दहशत का माहोल बना हुआ है.
स्कूल के प्रधान श्याम लाल ने बताया कि पिछले काफी दिन से हडताल के कारण स्कूल में अन्य शिक्षक मौजूद नहीं है. पिछले दो दिनों से वह स्कूल में एकदम अकेला था. उस्सने बताया कि जब वह आठवी कक्षा में पढ़ा रहा था तो अचानक दसवीं और आठवी के बच्चे चिल्लाते हुए क्लास से बाहर भागने लग गये. उनमे से अधिकतर बच्चे रो रहे थे. जब बच्चों से भागने का कारण पुछा गया तो उन्होंने बताया की उन्होंने एक भूतनी को खिड़की पर देखा है. वहीँ स्कूल की सातवी कक्षा की राजाबाई, मनीषा और आठवीं की गंगेश्वरी ने बताया कि खिड़की पर एक औरत सफेद साड़ी और खुले बालों में झाँक रही थी अजुर जोर जोर से हंस रही थी. जिसके बाद वह अचानक ससे गायब हो गयी. जिसको देख सभी डर से वहां से भाग गये. इसके इलावा शुक्रवार को राजाबाई डर से बेहोश हो गयी थी उसको पानी पिलाकर बिठाया गया था तब उसने पूरी बात बताई. जिसके बाद से स्कूल में विद्यार्थियों का आना बंद हो गया है.
गाँव वालों ने बताया कि अक्सर देर रात तक उन्हें स्कूल में से अजीब झाड़ू लगाने की आवाजें आया करती थीं. जिसके बाद सबने मिल कर गाँव में सिरहा गुनिया को बुलवाने का फैसला लिया. और पंचायत लगाई. मामले की जानकारी मिलते ही बीईओ किशोर भी घटनास्थल पर पहुँच गये और बच्चों को हिम्मत दी. जिसके बाद से ही लोग देह्ष्ट से उस स्कूल की तरफ जाना बंद कर दीये हैं.