मरे हुए बेटे की याद में माँ करती थी बेटे के पुराने नंबर पर मेसेज, जवाब आया जिसे पढ़ रो देंगे आप
नई दिल्ली: एक माँ का अपने बेटे से सबसे अधिक लगाव होता है. ऐसे में अपने जवान बेटे की मौत सहना किसी भी माँ के लिए नरक से कम नहीं होता. चाहे पूरी दुनिया मरने के बाद उस शक्स को भूल जाती है, लेकिन एक माँ कभी भी उस बेटे को नही भूल सकती जो उसको आधी उम्र से पहले ही छोड़ कर चला जाता है.
कुछ ऐसा ही अजीबो गरीब मामला हाल ही में हमारे सामने आया है. दरअसल, टेलर थिफाल्ट नामक एक सेना अधिकारी ने अपना फर्ज़ निभाते हुए किसी अन्य इंसान की जान बचाने की लिए अपनी ज़िन्दगी कुर्बान कर दी थी. जिसके बाद से ही उसकी माँ को उसके बेटे के जाने का दुःख पीछा नहीं छोड़ रहा था. जानकारी के अनुसार ये माँ इतनी भावुक थी कि अपने बेटे के साथ लम्हे बिताने के लिए उसके पुराने नंबर पर रोज़ मेसेज किया करती थी. लेकिन, एक दिन उस माँ को उसके मेसेज का जवाब मिल ही गया. जिसको पढ़ कर वो बहुत रोती रही. चलिए जानते हैं आखिर वह जवाब क्या था और उसके बेटे के साथ उसका रिश्ता कैसा था…
टेलर की उम्र भले ही उस वक्त 21 साल की थी. लेकिन उसके बहुत सारे सपने और इच्छाएं थी. जिन्हें वह पूरा करना चाहता था. जिनमे से 25 इच्छायों को वह मुख्य रूप से जीना चाहता था. लेकिन, भगवान को कुछ और ही मंजूर था. एक दिन टेलर को कोलोरोड़ो में हुए राजमार्ग 66 में कार क्रैश की पैरवी के लिए बुलाया गया था. उस समय में वह ट्रेनिंग के साथ साथ फील्ड वर्क के काम को भी संभाल रहे थे. उसी वक्त एक क्रिस्टरोफरफेयर गेबर्स नामक व्यक्ति की कार का एक्सीडेंट हो गया.
उसका ड्राईवर उस कार में अंतिम सांसें गिन रहा था. टेलर जानता था कि गाडी जल्द ही फटने वाली है और इससे उस ड्राईवर की मौत हो जाएगी. इसीलिए वह उसको बचाने के लिए खुद वहां चला गया और उसको बचाते हुए अपनी जान कुर्बान कर दी. इस दरमियाँ ड्राईवर तो बच गया लेकिन टेलर की मृत्यु हो गयी. जिसके बाद से उसकी माँ ने उसके नंबर पर मेसेज करने शुरू कर दीये थे.
टेलर की माँ अपने बेटे के काफी नजदीक थी. वह उससे बहुत प्यार करती थी और टेलर भी उनपर अपनी जान छिड़का करता था. अक्सर वह और टेलर घंटो फोन पर बातें किया करते थे और अपना रोज़ का काम मेसेज में एक दुसरे को शेयर किया करते थे. जिसके बाद टेलर की मौत से उसको रिप्लाई आना बंद हो गये थे. लेकिन, अपने बेटे की याद को ताज़ा करने के लिए वह अक्सर उसको मेसेज किया करती थी कि “टेलर तुम क्यों चले गये हो? प्लीज वापिस लौट आओ. मुझे तुमारी जरूरत है”.
वह जानती थी कि इन मेसेज का जवाब टेलर उसको कभी नहीं दे सकता क्यूंकि, वह दुनिया छोड़ कर जा चुका था. लेकिन, फिर भी वह उसको मेसेज करके अपनी ज़िन्दगी जैसे तैसे जी रही थी. एक दिन उसको झटका तब लगा, जब सुबह वह उठी और उसको उसके मरे हुए बेटे के नंबर से जवाब आया हुआ था.
दरअसल वह नंबर किसी और व्यक्ति को दे दया गया था. स व्यक्ति ने एक माँ की फीलिंग्स की कद्र करते हुए उसको जवाब में लिख दिया था कि “मुझे लगता है आप जिसको ये मेसेज भेज रही है वो यहाँ नहीं रहा शायद आपके मेसेज अब उस तक कभी नहीं पहुंचेंगे”. ऐसा जवाब जानकार एक माँ की अंतिम आशा भी टूट सी गयी थी. लेकिन अंत में उस माँ ने फैसला किया कि वह अपने बेटे का नंबर उसी व्यक्ति को देगी. इससे हमेशा उसको लगेगा कि उसका बेटा उसके आस पास ही है.