बवासीर की समस्या से हैं परेशान? आजमाएं इन अचूक घरेलू उपायोंको, जल्द मिलेगी राहत
बवासीर जिसे अंग्रेजी में पाइल्स कहते हैं एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है. बवासीर बीमारी के दो प्रकार होते हैं. पहले प्रकार को आम भाषा में खूनी बवासीर भी कहा जाता है और दूसरे प्रकार को बादी बवासीर. कुछ जगहों पर इसे महेशी भी कहते हैं. यह बीमारी जिस किसी को भी हो जाती है वह बहुत परेशान रहता है. समस्या ज्यादा बढ़ने पर बहुत सारे लोग ऑपरेशन भी करा लेते हैं. लेकिन अगर दिक्कत ज्यादा नहीं है तो इसका उपचार घर पर भी किया जा सकता है. आज हम बवासीर के घरेलू उपचार के बारे में ही बात करेंगे. इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको बताएंगे कि किस प्रकार से घर पर ही बवासीर का इलाज किया जा सकता है.
बवासीर का इलाज
खूनी बवासीर
जिन लोगों को खूनी बवासीर की समस्या होती हैं उन्हें दर्द नहीं होता. अर्थात इस प्रकार के बवासीर में केवल खून आता है. इस प्रकार के बवासीर में खून पखाने में लग के, टपक-टपक के या फिर पिचकारी की तरह आता है. बवासीर में अंदर की तरफ मस्सा होता है जो कि पखाने के दौरान बाहर की तरफ निकल आता है. बाद में यह अपने आप अंदर चला जाता है और यदि बवासीर कि समस्या पुरानी हो तो इसे हाथ से दबाकर अंदर की तरफ करना पड़ता है.
बादी बवासीर
दूसरा प्रकार होता है बादी बवासीर. जिन लोगों को इस बवासीर की समस्या होती है उनका पेट अधिकतर ख़राब ही रहता है. इस बवासीर में जलन, दर्द, खुजली, शरीर में बेचैनी आदि की समस्याएं होती हैं. पखाना कड़ा होने पर खून भी निकलने लगता है. इसमें मस्सा अंदर की तरफ होता है जिसकी वजह से पखाने का रास्ता छोटा हो जाता है. इस वजह से वहां पर घाव भी हो जाता है और असहनीय दर्द होने लगता है. यदि बवासीर बहुत पुराना हो तो वह भगंदर का रूप ले लेता है जिसे अंग्रेजी में फिस्टुला भी कहते हैं. बवासीर या भगंदर का आखिरी स्टेज कभी-कभी कैंसर का भी रूप भी ले लेता है जिसे रेक्टम कैंसर कहते हैं.
बवासीर से बचने के उपाय
- हल्दी को कड़वी तोरई के रस में लेप बना कर मस्सों पर लगायें. मस्से नष्ट हो जाएंगे और यदि इसी में नीम या कड़वा तेल मिला लिया जाए तो जल्दी आराम मिलता है.
- आक और सहजने के पत्तों का लेप भी मस्सों को खत्म करने में मदद करता है.
- नीम और कनेर के पत्तों का लेप भी मस्सों को नष्ट करने में रामबाण का काम करता है.
- कड़वी घिया और गुड़ को कांजी में पीसकर लेप लगाने से मस्से नष्ट हो जाते हैं.
- सेहुड के दूध में अगर हल्दी का चूर्ण मिलाकर एक बूंद मस्से पर लगा लिया जाए तो मस्से जल्दी नष्ट हो जाते हैं.