NDTV के पत्रकार रवीश कुमार के साथ ये क्या हो गया? खिड़की से लगा दी छलांग और फिर….
नई दिल्ली – एनडीटीवी के एंकर और पत्रकार रवीश कुमार सरकार और मोदी के खिलाफ हमेशा गलत शब्दों का प्रयोग करने के लिए मशहुर है। लेकिन, उनके साथ हाल ही में कुछ ऐसा हो गया कि रवीश कुमार को खिड़की से भागकर लगानी पड़ गई। दरअसल, रवीश कुमार के साथ एक हादसे का शिकार होते होते बच गए। रवीश कुमार हाल ही में किसी कार्यक्रम में भाग लेने राजस्थान के जयपुर गए हुए थे, जहाँ उन्हें जयपुर के महाराणा प्रताप सभागार में मुख्स अतिथि के तौर पर बुलाया गया था। लेकिन यहाँ रवीश के साथ कुछ ऐसा हो गया जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।
क्या है पूरा मामला?
रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पेज के जरिये इस बात की जानकारी देते हुए बताया है कि इस कार्यक्रम में उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नायर शामिल थे। रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें अपलोड की हैं। तस्वीरों को देखकर ऐसा लगता है कि इस कार्यक्रम में काफी लोग मौजूद थे। दरअसल, ये लोग वहां रवीश कुमार की बात सुनने के लिए आये हुए थे। लेकिन वहां कुछ ऐसा हो गया जिसकी वजह से रवीश कुमार खिड़की से छलांग लगाकर अपनी जान बचानी पड़ी। इस पूरे वाकये को रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर बताया है।
क्या लिखा है रवीश कुमार ने?
अपने फेसबुक पेज के जरिए इस कार्यक्रम के बारे बाताते हुए उन्होंने लिखा – जयपुर के लोगों के प्यार के लिए बहुत शुक्रिया। लेकिन इतना भी प्यार न करें कि बचने के लिए खिड़की से छलाँग लगानी पड़े। मुझे कूदते हुए देखने वाले नौजवानों आप खिड़की की तरफ अंधेरे में क्या कर रहे थे, क्या आपको पता था कि उस तरफ से भी आ सकता हूँ ! जो दिल ने कहा वही बोला, बात बुरी लगी हो तो माफ़ी। मेरा बस एक ही कारवाँ है, बात मोहब्बत की हो और सफ़र दिलों से तय हो, दूरियों से नहीं।
पद्मावती विवाद पर भी की थी टिप्पणी
रवीश कुमार एनडीटीवी के मान जाने पत्रकार हैं और उन्हें मोदी सरकार और बीजेपी से जुड़े हर मुद्दे पर बेहद गलत ढंग से रिपोर्टिंग के लिए जाना जाता है। हाल ही में उन्होंने पद्मावती विवाद पर भी एक पोस्ट शेयर किया था। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती पर मचे बवाल पर रवीश ने फिल्म का विरोध करने वालों पर अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट लिखते हुए मजाक उड़ाया था। आपको बता दें कि रवीश कुमार को उनकी बीजेपी विरोधी रिपोर्टिंग के लिए जाना जाता है। गौरलतब है कि मोदी सरकार ने आतंकी हमले की गलत तरीक से रिपोर्टिंग करने पर बैन भी लगा दिया था।