खानपान से बदलिए अपने ग्रहों की चाल, जाग जाएगी आपकी सोई किस्मत
ज्योतिष में बिगड़ी किस्मत को संवारने के कई सारे उपाय बताए गए हैं .. लेकिन इनमें से कुछ उपाय इतने कठीन होते हैं कि हम उसे चाह कर भी नही कर पाते हैं और सिर्फ अफसोस करते रह जाते हैं। वैसे भी आजकल भागती दौड़ती जिंदगी में किसी के पास इतना समय ही नही है कि वो इस तरह के उपायों को आज़मा भी सकें। अगर आपके पास भी कुछ ऐसी ही दिक्कत है तो हम आपके लिए इसका समाधान लेकर आए हैं। दरअसल ज्योतिष में कठीन टोटकों के अलावा भी कुछ ऐसा उपाए बताए गए हैं जिनमें ना तो अलग से हमारा कोई समय लगता है ना ही कोई विशेष परिश्रम। जी हां, ज्योतिष के अनुसार अगर हम अपने खानपान को संतुलित कर लें तो तो काफी हद तक हमारे ग्रहों की चाल नियमित हो सकती है और इससे हमारे भाग्य भी बदल सकता है । आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि किस तरह अपने खानपान को संयमित कर हम अपनी किस्मत को संवार सकते हैं।
आपने शायद ही कभी इस दृष्टि से अपने खानपान के बारे में सोचा होगा कि ये आपके भाग्य को भी बदल सकता है लेकिन ज्योतिष की माने तो आप क्या खाते हैं इसका असर आपके भाग्य पर जरूर पड़ता है.. इसलिए आपको अपने भोजन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ज्योतिष की विख्यात लाल किताब के अनुसार किसी व्यक्ति को उसी खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए, जिसकी उसके पास कमी है.. यहां कमी का मतलब है, जो ग्रह कुण्डली में कमजोर है, उस ग्रह से संबंधित चीजें खाएं।वैसे आमतौर पर देखा जाए तो लोगों की खानपान की रूचि भी इसी के अनुरूप होती है। जैस कि
- जिनका शनि कमोजोर होता है ऐसे लोगें को तैलीय चीजें काफी पसंद आती हैं.. साथ ही शनि की दशा में तैलीय चीजों का सेवन करने से शनि का कुप्रभाव दूर होता है।
- जिस व्यक्ति का गुरू कमजोर होता है, उसे पीली चीजें अधिक रूचिकर लगती हैं … ऐसे लोग बेसन के लड्डू,सोनपापड़ी और चने की दाल के शौकीन होते हैं।
- वहीं कमजोर मंगल वाले लोग शहद, लाल मिर्च और मसूर की चाल जैसे लाल रंग के खाद्य पदार्थों को पसंद करते हैं .. साथ ही ये मीठे के भी शौकीन होते हैं।
- जबकि जिनकी कुण्डली में सूर्य कमजोर होता है, वो लोग नमकीन भोजन के शौकीन होते हैं. इन्हें तेज नमक खाना पसंद होता है।
- जिनका बुध कमजोर होता है, उन्हें मूंग की दाल, साग और मटर रूचिकर लगता है।
- जिनकी जन्मपत्री में चन्द्र या शुक्र कमज़ोर होता है वे दूध, दही, चावल, मिसरी एवं आईसक्रीम बेहद पसंद करते हैं क्योंकि चन्द्रमा और शुक्र दोनों का रंग सफेद है।