पूजा के लिए जलाते हैं अगरबत्ती? तो हो सकती है यह आप की सब से बड़ी भूल – जानिए कैसे
पूजा के लिए अगरबत्ती का इस्तेमाल हर कोई करता है, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम हो। लेकिन क्या कभी आपने सोचने की कोशिश की है कि आखिर लोग क्यों पूजा-पाठ करते समय अगरबत्ती का प्रयोग करते हैं और क्या पूजा के लिए घर में अगरबत्ती जलाना सही है। आपको जानकर झटका लग सकता है कि लेकिन सच है, कि पूजा-पाठ के दौरान अगरबत्ती का प्रयोग नहीं करना चाहिए। बात अगर हिन्दू धर्म की करें तो अक्सर देखा जाता है कि लोग पूजा पाठ के दौरान धूप दीप और अगरबत्ती आदि का प्रयोग करते हैं। लेकिन यह भंयकर भूल है जिसे आज से ही सुधार लें, वरना इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
क्यों होता है पूजा में अगरबत्ती का प्रयोग?
हिन्दु मान्यता के मुताबिक, अगरबत्ती का धुआं घर से निगेटिव एनर्जी का नाश करता है। अगरबत्ती के धुएं से वातावरण शुद्ध और पवित्र होता है। यही वजह है कि कुछ लोग घरों में सुबह-शाम भगवान के घर के सामने अगरबत्ती जलाते हैं। वहीं वैज्ञानिक दृष्टी से अगरबत्ती का धुआं बैक्टीरिया का नाश भी करता है, इसी कारण कई अस्पतालों में भी अगरबत्ती चलाई जाती है। अगरबत्ती को आमतौर पर हेल्थ के लिए भी अच्छा माना जाता है।
क्यों नहीं करना चाहिए अगरबत्ती का उपयोग?
लेकिन, यहां एक बात पर ध्यान देना बेहद जरुरी है अगरबत्ती को जलाने पर उसमें लगा बांस भी जलता है, जिसे हिन्दू धर्म में अछूत या अशुभ माना जाता है। ये बात तो आप भी जानते होंगे कि बांस का उपयोग हिन्दु धर्म में दाह संस्कार के लिए होता है, इसलिए ये कैसे संभव है कि इसका इस्तेमाल ईश्वर की पूजा अर्चना के लिए किया जाये। हिन्दू धर्म शास्त्रों में भी पूजा के लिए अगरबत्ती जलने से मनाही है। अगरबत्ती जलाना अशुभ है जिसके दैविय दृष्टी से बेहद नुकसानदायक परिणाम हो सकते हैं।
वैज्ञानिक कारण से क्यों नहीं जलानी चाहिए अगरबत्ती?
एक तरफ जहां अगरबत्ती जलाना वैज्ञानिक दृष्टी से अच्छा है तो वहीं दूसरी तरफ इसके नुकसान भी हैं। दरअसल, जब भी अगरबत्ती जलाई जाती है तो उसमे मौजूद बांस भी जलता है। बांस के जलने से एक विषैले गैस निकलता है जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होता है। यही कारण है की वैज्ञानिक दृष्टी से भी बांस के जलाने को नुकसानदायक माना गया है। इसके अतिरिक्त हिन्दु पूर्वजों भी इस बात को मानते थे की पूजा पाठ के दौरान अगरबत्ती का प्रयोग नहीं करना चाहिए। उनके मुताबिक इससे वंश आगे नहीं बढ़ता है। इसलिए अगर आप भी पूजा के लिए अगरबत्ती का इस्तेमाल करते हैं तो आज से ही ऐसा करना बंद कर दिजिए।