नाचते गाते निकली बारात पर अचानक हुआ ऐसा, कि सूनी रह गई दुल्हन की मांग
बेटी के हाथ पीले करना हर बाप का सपना होता है जिसके लिए वो लाख मिन्नतें करता है और जब दरवाजे पर बारात आती है तब जाकर उसके अरमान रंग लाते हैं ..कुछ ऐसे ही अरमान लिए एक बाप भी दरवाजे की ओर टकटकी लगाए था लेकिन बारात ना आकर एक खबर उस तक पहुंची जिससे पैरों तले ज़मीन खिसक गयी। मामला यूपी के उन्नाव का है जहां कुईथर गांव निवासी बाबू के लिए शनिवार का दिन बेहद दु:खदाई रहा। बाबू ने अपनी बेटी मीना और भांजी गीता की शादी एक ही दिन तय की थी… भांजी गीता की बरात तो आ पहुंची, पर बेटी मीना की बारात के साथ ऐसा हादसा हुआ कि मीना के फेरे नहीं पड़ पाए।
बीच रास्ते हुए ये हादसा
अजगैन थाना थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव निवासी राधेश्याम काफी समय से लखनऊ के गौरी बाजार में रह रहे थे। उन्होंने अपने बड़े लड़के बल्लू की शादी अजगैन थाना क्षेत्र के कुईथर गांव में बाबू की पुत्री मीना से तय की थी। शनिवार को राधेश्याम ट्रैक्टर से बरात लेकर कुईथर को निकला। दूल्हा कार में था जबकि अन्य बराती ट्रैक्टर से जा रहे थे। भल्ला फार्म से कुछ आगे बढ़ने पर टोल प्लाजा पर जाम लगा था जिससे ट्रैक्टर चालक किनारे पटरी से वाहन निकालने लगा। इसी बीच ऊंचा नीचा पड़ने से ट्राली पलट गई। हादसे में दूल्हे के मामा बालकिशन और उसके बेटे सोनू की मौत हो गई, वहीं दो दर्जन लोग घायल हो गए। जहां से कुछ को लखनऊ तो कुछ को कानपुर रेफर कर दिया गया।
दूल्हे के मामा और ममेरे भाई की मौत से बरात दरवाजे नहीं पहुंची
बाबू के भांजी गीता की बरात तो गांव से आनी थी, जिस पर उसकी बरात तो पहुंची, पर इस हादसे ने बेटी के शादी पर अड़ंगा लगा दिया। दूल्हे के मामा और ममेरे भाई की मौत से बरात दरवाजे नहीं पहुंच सकी। दूसरे दिन सभी रश्में निभाने के बाद नम आंखों से भांजी की बरात तो विदा हो गई पर बेटी मीना के फेरे नहीं पड़ पाने से घटना से बाबू और उसे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा.. उन्हें अपनी बेटी की शादी की चिंता सताए जा रही थी।
टोल प्लाजा पर लगा जाम बना हादसे की वजह
जिस नवाबगंज टोल प्लाजा पर ये घटना हुई है वहां रोजाना बेतरतीब जाम लगता है.. जिससे लोग सड़क किनारे पट्टी से वाहन निकालने को विवश होते हैं और शनिवार रात ट्रैक्टर-ट्राली पलटने की घटना का एक सबसे बड़ा कारण भी यही था। जाम लगा होने से पटरी से ट्रैक्टर निकालने की कोशिश में वह बेकाबू होकर पलट गया। गौरतलब है कि एनएचआइ ने इस ओर गौर फरमाना उचित नहीं समझता है जबकि आए दिन टोल प्लाजा पर वसूली को लेकर जाम लगता है और लोग किनारे से निकलने के चक्कर में जाम जोखिम में डाल बैठते हैं।