राजनीति

गाय को लेकर आप नेता अलका लाम्बा का ट्वीट, “गाय माता है लेकिन पीरियड नहीं आते”, क्या कहेंगे आप?

नई दिल्ली: कुछ समय पहले तक देश में गाय को माता कहे जाने को लेकर काफी विवाद मचा था। गाय को बचाने के लिए जगह-जगह पर लोगों की हत्या भी की गयी। खुद को गौ रक्षक दल का सदस्य बताकर कई लोगों को सरेआम पिटे जाने की कई घटनाएँ सामने आ चुकी हैं। इस मामले को लेकर विरोधी दलों ने बीजेपी के ऊपर जमकर निशाना साधा था। उसके बाद जीएसटी के अंतर्गत महिलाओं के सेनेटरी नैपकिन के ऊपर अधिक टैक्स लगाये जाने को लेकर भी खूब विवाद हुआ था।

उठाया है सेनेटरी नैपकिन पर लगने वाले टैक्स का मामला:

एक बार फिर इस मामले में आम आदमी पार्टी की नेता अलका लाम्बा का ट्वीट जमकर वायरल हो रहा है। आपको बता दें अलका लाम्बा ने 10 नवम्बर को एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने महिलाओं के पीरियड के समय इस्तेमाल किये जाने वाले सेनेटरी नैपकिन पर जीएसटी के अंतर्गत टैक्स का मामला उठाया है। अलका लाम्बा ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा है, “गाय माँ है, पर पीरियड्स नहीं आते, आते तो भक्त लोग मोदी जी और जेटली जी को कह कर सैनिटरी पैड्स को जीएसटी से बाहर करवा देते। पुरष प्रधान सोच।“

सेनेटरी नैपकिन को रखना चाहिए टैक्स से बाहर:

जानकारी के लिए आपको बता दें अलका लाम्बा के इस ट्वीट के बाद भारी संख्या में लोगों ने रिट्वीट किया हैं। इस समय सरकार ने सेनेटरी नैपकिन पर जीएसटी के अंतर्गत 12 प्रतिशत टैक्स लगाया हुआ है। कई सामाजिक संगठन और विपक्ष के नेता यह माँग उठा रहे हैं कि सेनेटरी नैपकिन को जीएसटी के बाहर रखना चाहिए। लोगों का कहना है कि महँगा होने की वजह से आज भी ग्रामीण इलाकों में लोग सेनेटरी नैपकिन की जगह देशी नुस्खा ही अपनाते हैं। इससे संक्रमण की वजह से कई बीमारियाँ फैलने का खतरा रखता है।

शुक्रवार को केंद्र ने जीएसटी की दरों में किया फेर-बदल:

कुछ समय पहले असम के सिल्चर से कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने सैनिटरी नैपकिन पर टैक्स हटाने की मांग को जोर-शोर से उठाया था। अलका लाम्बा ने अपने इस ट्वीट के जरिये केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। अलका लाम्बा ने इसलिए यह ट्वीट किया क्योंकि शुक्रवार को केंद्र सरकार ने जीएसटी की दरों में भारी फेर-बदल किया, लेकिन सेनेटरी नैपकिन पर टैक्स जस का तस लगा हुआ है।

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