सियासत ए केजरिवाल…विदेशों तक उड़ा दिल्ली का मजाक!
आदोंलन से सत्ता की गलियारों तक पहंचने वाले अरविंद केजरीवाल जिन्होंने हमेशा आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करने में दिलचस्पी रखी और अपने विकास कार्यो का ढिंढोरा देश से विदेशों तक पीटते रहे हैं। लेकिन कुछ ही घंटो की बारिश ने केजरीवाल के विकास कार्यो की धज्जियां उड़ा कर रख दी। काफी सालों से केजरीवाल सरकार पर आरोप लगते आए हैं कि इनका विकास कागजों तक ही सीमित है। और विज्ञापनों के जरिए अपने विकास कार्यों का डंका देश से विदेशों तक बजाते आए है। तो क्या फर्क रहा पिछली सरकारों में और केजरीवाल सरकार में। क्योकिं आज भी दिल्ली अपनी बदहाल सड़कों से परेशान है। भारत यात्रा पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने आज आईआईटी दिल्ली के छात्रों को संबोधित करते हुए दिल्ली की सड़कों पर भरे पानी का मजाक उड़ाया।
आपको बता दें अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी भारत में तीन दिन की यात्रा पर आए हैं। बुधवार को सुबह से हो रही भारी बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया था। जॉन केरी आईआईटी दिल्ली में छात्रों को संबोधित कर रहे थे तो दिल्ली की बारिश का मजाक उड़ाते हुए छात्रों से मुखातिब होते हुए कहा कि आप सभी यहां मौजूद रहने के लिए अवॉर्ड पाने के हकदार हैं। उन्होंने छात्रों से पूछा कि क्या आप यहां नाव से आए हैं। आईआईटी छात्रों से बात करने से पहले केरी ने कहा कि मैं आपको सैल्यूट करता हूं। दरअसल बुधवार सुबह से हो रही भारी बारिश के चलते सड़कों पर काफी पानी जमा हो गया था। और जॉन केरी का यहां के तीन धार्मिक स्थलों पर जाने का प्रस्तावित कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। केरी को आज करीब 11 बजे पुरानी दिल्ली स्थित गौरी शंकर मंदिर, जामा मस्जिद और गुरूद्वारा शीशगंज साहिब जाने का कार्यक्रम था। लेकिन दिल्ली में भारी बारिश होने के चलते अमेरिकी दूतावास ने बताया कि उनका यह कार्यक्रम रद्द कर कर दिया गया।
अमेरिकी विदेश मंत्री के द्वारा उड़ाए गए मजाक के बाद सवाल केजरीवाल सरकार पर उठता है कि दिल्ली में उनकी सरकार बने एक साल से ज्यादा हो गया लेकिन दिल्ली सड़कों पर अभी जल भराव की समस्या से निजात नहीं मिल पायी। दिल्ली में भ्रष्टाचार और सड़कों पर जल भराव जैसी अनेक समस्यियों से निजात दिलाने के वादे से आम आदमी पार्टी शानदार बहुमत के साथ सत्ता में आई थी। लेकिन दिल्ली में सड़को पर जलभराव की समस्या से अभी तक जनता को परेशानी खत्म नहीं हुई। थोड़ी बारिश होने से ही सड़कों पर पानी भर जाता है और ट्राफिक में लोग घंटो तक फसे रहते हैं। आम आदमी पार्टी ने 2015 के विधान सभा चुनाव में 70 में से 67 सीट जीत दर्ज की थी।
केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी को बुरी तरह से हरा दिया था। आपको बता दें चुनाव से पहले केजरीवाल की छवि जमीन से जुडे लोगों के बीच रहने वाले नेता के रुप में बनी थी। लेकिन सत्ता में आने के कुछ ही हफ्ते बाद आम आदमी पार्टी राजनीतिक मुक्केबाजी में लग गई। पार्टी के चुनाव से पहले जनता से किए वादे सब खोखले निकले। केजरीवाल बेमतलब के दावे करने लगे कि वह दूसरों से अलग है।
दिल्ली का दर्द
जब आप आम आदमी पार्टी करोड़ों रुपये अपने विज्ञापन पर खर्च करती है और दावा करती है कि दिल्ली सरकार ने सबसे ज्यादा विकास के लिए काम किया है। तो फिर इन बदहाल सड़कों की जिम्मेदारी किसकी है। और विश्वभर में जो आज दिल्ली का मजाक उड़ रहा है उसकी जवाब देही किसकी है?