फिलिपींस की धरती पर 36 सालों में पहली बार कदम रखा किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने, मोदी करेंगे ट्रम्प से मुलाकात
नई दिल्ली: मई 2014 में देश के प्रधानमंत्री का पद सँभालने के बाद से पीएम मोदी की पहली प्राथमिकता यह रही है कि भारत की विदेश नीति को ज्यादा मजबूत बनाया जाये। इसके लिए उन्होंने लगातार कई देशों का विदेश दौरा किया। उन्होंने कई ऐसे देशों का भी दौरा किया, जहाँ पहले कोई भारतीय प्रधानमंत्री गया ही नहीं था। इससे भारत के सम्बन्ध कई देशों के साथ अच्छे हुए हैं। यही वजह है कि पीएम मोदी को वैश्विक स्तर पर काफी सराहना मिलती है। इन्होने दुनिया में भारत की एक अलग छवि पेश की है।
पीएम मोदी करेंगे भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात:
आज भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15वें आसियान शिखर सम्मेलन और 12वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने फिलीपींस पहुंच चुके हैं। यह किसी भारतीय पीएम का 36 सालों में पहला फिलिपींस दौरा है। इससे पहले 1981 में प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी आसियान शिखर सम्मलेन में हिस्सा लेने के लिए फिलिपींस गयी हुई थी। फिलिपींस में पीएम मोदी भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो डूटार्टे से भी मुलाकात करेंगे।
पीएम मोदी फिलिपींस में करेंगे ट्रम्प से मुलाकात:
फिलिपींस में होने वाले इस सम्मलेन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी आ रहे हैं। पीएम मोदी वहाँ पर ट्रम्प से भी मुलाकात करेंगे। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि कुछ ख़ास मुद्दों को लेकर दोनों देशों के मुखिया बैठक भी कर सकते हैं। पाँच महीने में यह दूसरी बार है जब दोनों नेता आमने-सामने होंगे। आपको बता दें भारत, अमेरिका, जापान व आस्ट्रेलिया के बीच चतुर्पक्षीय गठजोड़ बनाने के प्रस्ताव के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक होगी। पीएम मोदी पहले ही इस बात को कई बार दोहरा चुके हैं कि भारत-प्रशांत क्षेत्र उसकी ‘एक्ट ईस्ट नीति’ का हिस्सा है।
दिखती है संबंधों को मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता:
अपनी इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी आसियान-भारत व पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में भाग लेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी आसियान, क्षेत्रीय वृहद आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के नेताओं की बैठक तथा आसियान कारोबार व निवेश शिखर सम्मेलन की 50वीं वर्षगांठ के विशेष कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि “मेरी भागीदारी आसियान के सदस्य देशों विशेषकर एशिया प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को लगातार मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आसियान व्यापार व निवेश शिखर सम्मेलन से निकट सहयोग को बल मिलेगा ताकि आसियान के सदस्य देशों के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत बनाया जा सके।