पर्यवरण की रक्षा के लिए बाप ने बेटी की सगाई में शगुन के तौर पर दिए 1000 पौधे
बरनाला: आज देश में सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण की समस्या बनी हुई है। दिल्ली-एनसीआर की प्रदूषण के वजह से क्या हालत है यह किसी से छुपी हुई नहीं है। आज पुरे दिल्ली में प्रदूषण निवारण के ऊपर ही बात की जा रही है। एक आंकड़े के अनुसार पुरे विश्व में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर अगर कोई है तो वो भारत की राजधानी दिल्ली ही है। यहाँ की हवा में ज़हर इस कदर फैल चुका है कि आप सोच भी नहीं सकते हैं।
साँस लेने के लिए हो गयी है शुद्ध हवा की कमी:
एक तरफ कुछ लोग प्रदूषण ख़त्म करने का प्रयास कर रहे हैं, वहीँ कुछ लोग ऐसे भी हैं जो प्रदूषण को बढ़ाने में अपना योगदान देने से बाज नहीं आते हैं। प्रदूषण इस हद तक बढ़ गया है कि लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। साँस लेने के लिए शुद्ध हवा की कमी हो गयी है। हवा में बढ़ते ज़हर की वजह से लोगों को अनेक परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोग पर्यावरण को बचाने के लिए केवल बात ही करते हैं, जबकि कुछ इसके लिए सच में जी जान से लगे हुए हैं।
पर्यावरण बचाने को समझता है अपना कर्तव्य:
आज हम आपको एक ऐसे ही परिवार के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पर्यावरण बचाने को अपना कर्तव्य समझता है। हम आपको जिन लोगों के बारे में बता रहे हैं वह कोई और नहीं बल्कि सतपाल भ्याण, जोगेंद्र और रानी हैं। हल ही में जोगेंद्र की सगाई टिका रश्म की अदायगी का कार्यक्रम हुआ। सगाई में शगुन के तौर पर लड़की वालों की तरफ से एक रुपया और एक हजार फलदार पौधे दिए गए। इसे वर पक्ष ने ख़ुशी-ख़ुशी स्वीकार किया। ये पौधे सगाई में आये लोगों को दिए गए, जिससे कुछ लोगों को काफी हैरानी हुई।
दोनों परिवारों की सहमती से लिया गया है यह फैसला:
जब उनसे कहा गया कि यह पौधे दहेज़ में देने के लिए लाये गए हैं तो लोगों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। इन पौधों से गाँव की हरियाली को और बढ़ावा मिलेगा। ग्रामीणों ने नंबरदार उमेद सिंह के बेटे जोगेंद्र सिंह व परिजनों की खूब सराहना की। जोगेंद्र का विवाह सतपाल भ्याण की बेटी रानी के साथ होगा, जो कि गणित विषय से एमएससी है। जोगेंद्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर हिसार में एक शिक्षण संस्थान के डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है। जोगेंद्र ने बताया कि यह निर्णय दोनों परिवारों की सहमति से लिया गया है।