11 बेटियों को जन्म देने के बाद भी अब तक नहीं करवाया महिला ने नसबंदी, आज भी है बेटे का इंतज़ार
जयपुर: आज दुनिया इतनी बदल जाने के बाद भी समाज जस-का-तस बना हुआ है। पहले भी समाज में बेटों को वरीयता दी जाती थी आज भी वही हो रहा है। महिलाएँ बेटे की चाहत में कई बेटियों को जन्म भी दे देती हैं। वह तब तक नहीं रूकती हैं, जब तक एक बेटा ना हो जाये। इस वजह से भी जनसँख्या बढ़ रही है। बेटे की चाहत में कई बच्चों को जन्म देने से भी समस्या ही पैदा हो रही है। हाल ही में इस तरह का एक मामला देखा गया है।
अस्पताल में दिया अपनी 11वीं बच्ची को जन्म:
जानकारी के अनुसार राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की सादुलशहर तहसील में एक महिला ने बेटे की चाहत में 11 बेटियों को जन्म दिया है। उसे एक बेटे का इंतज़ार है। महिला की दो बेटियों की शादी भी हो चुकी है और उनके बच्चे भी हैं। मन्नी देवी नाम की इस महिला ने गुरुवार की रात को सादुलशहर के एक अस्पताल में अपनी 11वीं बच्ची को जन्म दिया।
लगने शुरू कर दिए तांत्रिक और बाबाओं के चक्कर:
प्राप्त जानकारी के अनुसार मन्नी देवी का विवाह 1991 में हुआ था। शादी दो साल के बाद ही उसे एक बीती हुई फिर कुछ दिन बार एक और बेटी हो गयी। तीन साल के अन्तराल में दो बेटियाँ होने के बाद पति रामेश्वर और मन्नी देवी बहुत परेशान हुए। इसके बाद उन्होंने तांत्रिक और बाबाओं के चक्कर भी लगने शुरू कर दिए। बाबाओं के कहने के बाद वो लोग पूजा-पाठ कराने के साथ ही दावा भी लेते थे। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और बेटी ही होती रही।
बाबाओं ने दिलाया था पूरा विश्वास की होगा लड़का:
बेटे की चाहत इस कदर थी कि दम्पति नसबंदी कराने के लिए भी तैयार नहीं हुए। घरवालों ने और गाँव के लोगों ने समझाने का काफी प्रयास किया। इस बार उसे फिर प्रसव पीड़ा हुई तो उसे सादुलशहर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहाँ उसने फिर से एक बेटी को जन्म दिया। इस तरह से अब तक मन्नी देवी 11 बेटियों की माँ बन चुकी हैं। उसके पति का कहना है कि इस बार बाबाओं ने पक्का विश्वास दिलाया था कि लड़का ही होगा। लेकिन इस बार भी लड़की ही हुई। इसके बाद भी दम्पति नसबंदी करवाने को तैयार नहीं है।