मंगलवार 30 अगस्त को केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया के लोगों से सामान्य वर्ग के आरक्षण की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में सामान्य वर्ग के गरीब छात्रों को भी 25% आरक्षण मिलना चाहिए। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से आरक्षण नीति में संशोधन की बात कही। उनका कहना है कि आरक्षण को बढ़ा कर 75% कर देना चाहिए, जिसमे सामान्य वर्ग के गरीब छात्रों को भी शामिल किया जाना चाहिए।
अठावले ने कहा कि वह इस विषय ओर प्रधानमंत्री मोदी से भी चर्चा करेंगे। अठावले के मुताबिक यह परिवर्तन करने से देश में आरक्षण के मुद्दे पर होने वाली बहसों पर लगाम लगेगा। वर्तमान में ओबीसी, एससी और एसटी सबको मिला कर कुल 49.5% आरक्षण दिया गया है और सर्वोच्च न्यायालय ने इसे 50% से कम रखने की ही बात कही है। लेकिन अठावले का कहना है कि देश में आरक्षण के विरोध के बाद भी इसे ख़त्म नहीं किया जा सकता और हम सामान्य वर्ग के गरीब तबके के पक्ष में हैं।
उदित राज के बीफ बयान पर काफी आलोचना हुई लेकिन उसके बाद भी अठावले ने अपने मजाकिया अंदाज में कहा कि; सिर्फ बीफ खाने से कुछ नहीं होता, मई तो बीफ नहीं खाता और नेता बन गया हूँ। अठावले ने अपने एक सुझाव में यह भी कहा कि, गोहत्या एक जुर्म है लेकिन लोग बैल और भैंस का गोश्त खा सकतें है, इससे गरीब किसानों को आर्थिक सहायता मिकेगी और वो अपनी बूढ़े हो चिके मवेशियों पर कुछ कीमत भी पा जायेंगे।