वैज्ञानिकों द्वारा तलाशा गया पृथ्वी के सबसे पुराने स्तनपायी पूर्वज का जीवाश्म, अब उठेगा पर्दा
लन्दन: आपको तो पता ही होगा कि पृथ्वी का निर्माण आज से अरबों साल पहले हुआ था। उस समय इस पृथ्वी पर इंसान नहीं बल्कि दैत्याकार खूंखार जानवर रहते थे। पृथ्वी के भूभाग और जलीय भाग दोनों ही जगहों पर ऐसे जीवों की भरमार थी। उस समय पृथ्वी का वातावरण भी ऐसा ही था कि उन जीवों के अलावा यहाँ कोई और जीव नहीं रह सकता था। धीरे-धीरे समय बदला और वो विशाल जीव विलुप्त होने लगे। आज उन जीवों का पृथ्वी पर केवल जीवाश्म रह गया है।
जीवाश्म है 14.5 करोड़ साल पहले के एक जीव का:
वैज्ञानिक आज भी उन जीवों के जीवाश्म की तलाश करते हैं। इससे उन्हें कई अहम जानकारी मिलती है, जिससे इस प्रकृति के बारे में समझने का प्रयास किया जाता है। हाल ही में वैज्ञानिकों को मानव जाति के सबसे पुराने स्तनपायी पूर्वज का जीवाश्म मिला है। जानकारी के मुताबिक यह जीवाश्म लगभग 14.5 करोड़ वर्ष पहले के एक छोटे चूहे जैसे एक प्राणी का है। आपको बता दें ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ पोट्र्समाउथ के पुरातत्वविदों को यह जीवाश्म डोरसेट के जुरासिक तट से मिला है।
पब के मालिक ने की इस जीवाश्म की खोज:
एक्टा पेलाएंटोलॉजिक पोलोनिका जर्नल में इस खोज के बारे में प्रकाशित लेख में बताया गया है कि यह मनुष्यों के विकास की रेखा में सबसे पहले पशु अस्तित्व में आए और फिर से ब्लू व्हेल और शिकारी छछूंदरों जैसे जीवों में बंट गए। पुरातत्वविदों ने खोजी गयी इस नई प्रजाति को दूरलेसटोथ्रिम न्यूमैनी का नाम दिया है। आपको जानकर काफी हैरानी होगी कि इसकी खोज एक शौकिया जीवाश्म विज्ञानी व पब के मालिक चार्ली न्यूमैन ने की है। उन्होंने इस जीवाश्म को एकत्र करने में वैज्ञानिकों की मदद की। उन्हीं के नाम पर इस नई प्रजाति का नाम रखा गया है।
6 करोड़ साल पहले ही ख़त्म हो गया इनका अस्तित्व:
शोधकर्ताओं ने सबसे पहले क्रीटेशस की एक चट्टान को खिसकाया, जहाँ सबसे पहले उन्हें दो दांत दिखाई दिए। पोट्र्समाउथ यूनिवर्सिटी के स्टीव स्वीटमैन के मुताबिक, “ये दांत इतने अधिक विकसित थे कि इन्हें देखते ही मुझे लग गया कि मैं एक क्रीटेशस स्तनपायी के जीवाश्म देख रहा हूँ।“ यह इस पृथ्वी पर लगभग छह करोड़ साल पहले मौजूद थे। इसके बाद धीरे-धीरे इसका पूरा जीवाश्म मिला।