मैरिड लाइफ होगी शानदार, शादी से पहले बस कर लें ये काम
शादी का सपना तो हर लड़की देखती है पर आने वाले भविष्य के बारे में सोचकर डर भी लगता है.. खासकर कामकाजी लड़कियां जो जॉब कर रहीहैं और खुद की पहचान बनाना चाहती हैं। ऐसे में उनके मन में ये डर बना रहता है कि कहीं शादी के बाद ससुराल वाले उसके काम को और उसकी स्वतन्त्र सोच को अपनाएंगे या नही, कहीं उसे जॉब करने से रोका तो नही जाएगा ..इन सारे ख्यालों की आशंका से आजकल की लड़कियां इतनी ज्यादे डरी होती हैं कि शादी का इरादा बदल देती हैं । अगर आपको भी शादी के लिए ऐसा ही डर सता रहा है तो हम आपको इसका ऐसा समाधान बताने जा रहे हैं जिससे ना सिर्फ आपके मन से शादी को लेकर सारी आशंकाएं खत्म हो जाएंगी बल्कि आपका भावी शादीशुदा जीवन भी बेहद शानदार हो जाएगा।
स्त्री सशक्तिकरम के इस युग में लड़कियां हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं और इस बदलते समय के साथ सामाजिक परिवेश में भी काफी बदलाव आया है। लड़कियां शादी से ज्यादा अपने करियर को प्राथमिकता दे रही हैं ये सामाजिक उन्नति का संकेत हैं पर इसके साथ एक नयी समस्या ये आ रही है कि कामकाजी लड़कियों के मन शादी के लिए ढ़ेरो आशंकाएं पनप रही हैं । लेकिन अच्छी बात ये है कि अब इसकी समाधआन भी निकाला जा चुका है। दरअसल काउंसलर की मदद से लड़कियां अपने मन के डर, शादी के बाद की समस्याओं से बचने, पुरानी बातों को समझना रही हैं। शहर में ऐसे कई प्राइवेट, सरकारी काउंसलर और संस्थाएं हैं, जो लड़कियों को काउंसिलिंग के माध्यम से उनकी समस्याओं को दूर कर रहे हैं। काउंसिलिंग के लिए 300 से 1000 रुपए तक चार्ज लिए जाते हैं, साथ ही कई संस्थान फ्री में करते हैं।
क्या कहते हैं काउंसलर
काउंसलर शिल्पा नाहर बताती हैं कि काउंसिलिंग में ऐसी लड़कियां ज्यादा आती हैं, जो काम के सिलसिले में घर से बाहर रहती हैं और ऐसे भी, जिनके मां-पापा काम के कारण उन्हें समय नहीं दे पाते। परिवार से दूर रहने के कारण लड़कियों में व्याप्त भ्रांतियां दूर नहीं हो पातीं, साथ ही उनके कई सवाल भी होते हैं, जिनके जवाब उन्हें नहीं मिल पाते है। वहीं कामकाजी महिलाएं चाहती हैं कि काम का असर उनकी जिंदगी पर न पड़े।
कुछ ऐसे सवाल होते हैं मन में
– मैं फ्री रहना चाहती हूं, परिवार के साथ कैसे रह पाऊंगी।
– नया परिवार, नए लोग मैं कैसे रहूंगी।
– मैं कभी घर से बाहर नहीं रुकी। अचानक नए घर में, मैं वहां क्या करूंगी।
– मैं आज तक घर में बिंदास थी, पर शादी के बाद कैसा होगा।
– मैं जॉब करना चाहती हूं, क्या ससुराल वाले एक्सेप्ट करेंगे।
-क्या पति मुझे समझ पाएगा। आदि।
क्यों होती हैं समस्याएं
काउंसलर डॉ. सोनम शर्मा ने बताया कि शादी के बाद सामंजस्य न होने के कारण रिश्ते टूट जाते हैं। लव मैरीज में भी कई सालों से एक-दूसरे को जानने के बाद भी वे अलग हो जाते हैं। जब लड़कियां ज्यादा अपेक्षाएं करने लगती हैं या उनको लगता है कि हमने जो सोचा, वह नहीं हो रहा है।
साथ ही शादी के बाद परिवार के रिश्ते, पति-पत्नी के बीच समझ, अपनी अपेक्षाएं जैसे कुछ कारण होते हैं, जो रिश्ते तोड़ देते है, लेकिन काउंसिलिंग पहले होने से ऐसी परिस्थितियां नहीं आती हैं।