बेनामी संपत्ति वालों की अब खैर नहीं, पीएम मोदी ने दिए बेनामी संपत्ति वालों के खिलाफ कार्यवाई के संकेत
धर्मशाला: पीएम मोदी अब भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने की बात कर रहे हैं। पीएम मोदी ने पहले ही भ्रष्टाचारियों को संकेत दे दिया था कि अब उनकी खैर नहीं है। अब उन्होंने इस बार बेनामी संपत्ति वालों के खिलाफ कार्यवाई के संकेत दिए हैं। सुंदरनगर और कांगड़ा जिले के रैत की चुनावी जनसभाओं में उन्होंने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार, कालाधन और बेनामी संपत्ति को लेकर तीखा हमला बोला। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि कांग्रेस नेताओं को बेनामी संपत्ति छिनने का डर सता रहा है।
छाती पीटने और घड़ियाली आँसू बहाने का रखा है कार्यक्रम:
उन्होंने कहा कि आठ नवम्बर को कांग्रेसी छाती पीटेंगे और सरकार बेनामी संपत्ति को लेकर कार्यवाई करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने अपने रिश्तेदारों, चालकों और नौकरों के नाम पर काफी संपत्ति बनाई है जिसे वापस लिया जायेगा और गरीबों में बनता जायेगा। कांग्रेस की तरफ से प्रस्तावित काले दिवस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि गरीबों का लूटा हुआ पैसा वापस करने में कांग्रेस को पीड़ा हो रही है, इसलिए आठ नवम्बर को छाती पीटने और घड़ियाली आँसू बहाने का कार्यक्रम रखा है।
गुजरात के विकास को लेकर कर रहे हैं बयानबाजी:
पीएम मोदी ने कहा कि वह सरदार पटेल के चेले हैं और उन्हें पुतले जलाने वालों से कोई डर नहीं है। वहीँ दूसरी तरह बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गाँधी को चुनौती देते हुए कहा कि आप कोई जिला या सीट चुनकर विकास के मामले में गुजरात से तुलना करवा लीजिये। शाह ने पत्रकारों से कहा कि राहुल गाँधी गुजरात के विकास को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। शाह ने पाँच सवाल भी राहुल गाँधी से पूछे।
क्यों हुई नर्मदा योजना को मंजूरी देने में देरी?
नर्मदा योजना को मंजूरी देने में देरी क्यों हुई? नर्मदा बांध के दरवाजे बंद करने की मंजूरी में देरी क्यों हुई? कच्छ के रण, गांधीनगर को केंद्रीय अनुदान क्यों नहीं मिला? गुजरात को क्रूड ऑयल का अनुदान देने में अन्याय क्यों किया गया? वहीँ अरुण जेटली ने भी राहुल गाँधी को नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी को जीएसटी की समझ नहीं है। इन्होने भी पत्रकार वार्ता में कहा कि राहुल गाँधी गुजरात में विकास का मजाक उड़ा रहे हैं।