श्रीराम, सीता के चित्र डाक टिकट पर होने से विवाद, हिन्दू नेता ने इस वजह से की बंद करने की माँग
मोगा: इस समय देश में विवादों का दौर चल रहा है। हर रोज किसी न किसी चीज को लेकर विवाद मच ही जा रहा है। कभी धर्म के नाम पर तो कभी राजनीति की वजह से। हाल ही में दिवाली से ठीक पहले डाक विभाग की तरफ से जारी किये गए श्रीराम, सीता और हनुमान के चित्रों वाले डाक टिकट जारी करने से विवाद पैदा हो गया। इन टिकटों का जोरों से विरोध हो रहा है।
प्रयोग के बाद फेंक दिया जायेगा लिफाफे सहित:
कई हिन्दू संगठनों को इन टिकटों से इसलिए परेशानी है क्योंकि कई लोग टिकटों को चिपकाने के लिए थूक का इस्तेमाल करते हैं। वही दूसरी तरफ डाक विभाग इसपर काली स्याही के स्टाम्प भी लगाएगा। जब इसका प्रयोग ख़त्म हो जायेगा तो इसे लिफाफे के साथ ही फेंक दिया जायेगा जो लोगों के पैरों तले रौंदा जायेगा। बताया जा रहा है कि यह भारतीय दंड संहिता की धारा 295A का उलंघन है। इससे हिन्दुओं की भावनाएं आहत होंगी।
डाक टिकट पर चित्र लगाने से होगा उनका अपमान:
मोगा के रहने वाले हिन्दू नेता रवि पंडित ने अपने साथियों के हस्ताक्षरयुक्त एक पत्र पीएम मोदी को भेजा है। उन्होंने पत्र लिखकर पीएम मोदी से डाक टिकटों पर हिन्दू देवी-देवताओं के तस्वीरों के प्रयोग को बंद करने की माँग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि हिन्दू देवी-देवताओं के चित्र डाक टिकट पर लगाने से उनका अपमान होगा। अगर इस बारे में सरकार कोई सुनवाई नहीं करती है तो वह इसको लेकर क़ानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
खरीद लिए मुख्य डाकघर से सभी 1600 टिकट:
उन्होंने आगे कहा कि श्री राम, सीता और हनुमान जी की तस्वीरों वाले डाक टिकटों से धार्मिक आस्था को ठेस न पहुंचे इसके लिए उनलोगों ने जिले के मुख्य डाकघर पहुंचकर सभी 1600 डाक टिकट खरीद लिए हैं। हिन्दू नेताओं ने कहा कि वह अदालत में इन टिकटों को सामने रखकर अपना पक्ष रखेंगे। इससे पहले ताजमहल में शिव चालीसा पढ़ने की वजह भी भी विवाद हुआ था।