जगानी है किस्मत- पानी है समृद्धि, सुख और सफलता….. करें अपनी राशि अनुसार दोष निवारण……
जन्म कुंडली में विभिन्न ग्रहों की चाल के कारण वाले कुंडली में दोष उत्पन्न हो जाते है. अलग-अलग राशि के लोगों की कुंडली में अलग-अलग दोष हो सकते है. इन दोषों के परिणामस्वरूप व्यक्ति की स्थिति खराब रहती है. इन लोगों से लक्ष्मी रूठी हुई होती है. जीवन के हर कदम पर असफलता का सामना करना पड़ता है. सुख समृद्धि की छाया से ये दूर रहते है. दुखों और परेशानियों का इनके घर में निवास रहता है.
ऐसे लोग हमेशा इन दोषों के होने वाले प्रभाव को कम करने के लिए कई तरह के तरीके अपनाते है. आइये आज हम आपको उपाय बताते है जो हर व्यक्ति अपनी राशि अनुसार कर सकता है.
मेष राशि
• इस राशि का स्वामी मंगल ग्रहों का सेनापति होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ज्यादातर दोषों के लिए मंगल ग्रह ही ज़िम्मेदार होता है. इस राशि के लोगों की कुंडली में एक से ज्यादा दोष हो सकते हैं.
• राशि का स्वामी मंगल होने के कारण हर मंगलवार को शिवजी की पूजा अर्चना करना अनिवार्य है. पूरी विधि विधान से भगवान और शिवलिंग की भी पूजा करें. शिवलिंग की पूजा करते समय यह बात ध्यान रखें की शिवलिंग पर लाल फूल चढाएं.
• मंगलवार का दिन हनुमान जी का दिन माना जाता है. हर मंगलवार को हनुमानजी की विशेष पूजा करें. हनुमान जी की पूजा से लाल चीजों जैसे लाल वस्त्र, लाल फूल, लाल आसान, लाल रोली, लाल कलावा आदि का प्रयोग अधिक हो. जप पाठ अनुष्ठान आदि प्रारंभ करने से पूर्व किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी से आज्ञा मांग लेनी चाहिए. इस दिन सुबह सवेरे से हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें. जातक को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके लाल आसन का प्रयोग करते हुए हनुमान साधना प्रारंभ कर लेनी चाहिए व जप मूंगे की माला से, हनुमान चालीसा और हनुमान मंत्रों को पढ़ना चाहिए. ध्यान रहे हनुमान जी की साधना के दौरान ब्रहमचर्य का पालन, आहार विहार पर नियंत्रण रखना चाहिए.
• अमावस्या के दिन ब्राह्मण का सत्कार करने से इस राशि के दोष मिट जाते हैं. इस दिन ब्राह्मण को खाना खिलायें, दूध, फलों और मिठाई आदि का दान करें. कम से कम पांच अमावस्या तक ऐसा करना चाहिए.
वृष राशि
• वृष राशि के स्वामी शुक्र को असुरों का गुरु माना जाता है. इस राशि के लोगों को कम करने के लिए शुक्र की विशेष पूजा चाहिए. शुक्र भगवान को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं.
• दुर्गा माँ की पूजा करने से इस राशि वालों को विशेष लाभ होता है. इस दिन दुर्गा माँ की पूजा अर्चना कर दुर्गा देवी पर नारियल चढ़ायें. साथ में उन्हें कपड़े भी भेंट करें. 40 दिन तक लगातार दुर्गा चालीसा का पाठ करें. ऐसा करने से दुर्गा माँ की कृपा होगी. ऐसा करने से आपके अधूरे काम देवी माँ की दया से पूरे हो जाएंगे और धन की प्राप्ति होगी.
मिथुन राशि
• मिथुन राशि के लोगों की राशि का स्वामी बुध होता है. इस राशि के लोगों को बुधवार को विशेष पूजा करनी चाहिए. बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए सुबह सवेरे नहा-धोकर सफ़ेद वस्त्र पहनकर गाय को हरी घास खिलानी चाहिए. गाय तो घास खिलाने के बाद गाय माता की आरती करें और उनसे प्रार्थना करें की वो आपके कष्ट दूर करें. ऐसा कम से कम 7 बुधवार करें.
• इस राशि के लोगों को कुंडली दोषों को कम करने के लिए 5 शनिवार या 5 रविवार को यमुना नदी में स्नान करना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति के ऊपर दोषों का प्रभाव कम होगा, समाज में यश बढ़ेगा और भगवान का अनुग्रह प्राप्त होगा.
कर्क राशि
• कर्क राशि का स्वामी चंद्र होता है. चंद्र का प्रिय दिन सोमवार हैं. सोमवार को शिव जी का दिन भी माना जाता है. कर्क राशि के लोगों को सोमवार के दिन शिवजी की विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए. मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए. इस उपाय को इस राशि के लोग कम से कम 5 सोमवार तक करें.
• इस राशि के लोगों को कुंडली दोष कम करने के लिए चंद्र से सम्बंधित वस्तुओं जैसे दूध का दान करना चाहिए. दूध का दान किसी ब्राह्मण या गरीब को कर सकते हैं.
• इस राशि के लोगों को चंद्र गृह को शांत करने के लिए शीतला देवी की पूजा चाहिए. काले कुत्ते को रोटी दे. ऐसा करने से आप अपनी परेशानी से मुक्त होकर शांति प्राप्त कर सकते हैं.
सिंह राशि
• इस राशि का स्वामी सूर्य है. इस राशि के लोगों को सूर्य भगवान की पूजा करनी चाहिए. सूर्य ग्रह को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा उपाय है सूर्य की आराधना करना और अंत में सूर्य को तांबें के लोटे से जल चढ़ाना. इस उपाय को इस राशि के लोग रोज़ाना कर सकते हैं. कुंडली दोष शांत होने का बाद भी इसका पालन करने से धन और वैभव की प्राप्ति होती है.
• इस राशि के लोगों की कुंडली में सबसे अधिक पाया जाने वाला दोष प्रेत दोष होता है जो एक बहुत बुरा दोष होता है. इस दोष के कारण संतान का विकास रूक जाता है. घर में वाद-विवाद बना रहता है. इस राशि के लोगों को इस दोष को कम करने के लिए भारत में हरिद्वार, गया जी पर जाकर प्रेत शांति करवानी चाहिए. ऐसा करने से परिवार में शांति बनी रहेगी.
कन्या राशि
• कन्या राशि के स्वामी बुध को प्रसन्न करने के लिए हर बुधवार को भगवान गणेश जी की विशेष पूजा करते हुए उन्हें दूर्वा घास अर्पित करनी चाहिए. भगवान गणेश विघ्न हरता हैं. इनकी पूजा करने पर सभी प्रकार के ग्रह दोषों की शांति हो जाती है.
• बह्मांड में 9 ग्रह है जो हमारे शरीर के मालिक होते हैं. यदि कोई भी ग्रह नाराज हो जाए तो प्रभाव हमारे शरीर और जीवन पर पड़ता है. ऐसी अवस्था में हमें 9 ग्रहों की पूजा करनी चाहिए. नवग्रह पूजा विधि -विधान से करने पर ही फल प्राप्त होता है.
तुला राशि
• तुला राशि का स्वामी शुक्र गृह है. जिन लोगों की राशि तुला हैु उन्हें शुक्र गृह की विशेष पूजा करनी चाहिए. शुक्र को प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार को किसी जरूरतमंद व्यक्ति को वस्त्रों का दान करें.
• तुला राशि के लोगों की कुंडली में ऐसा दोष होता है जो उन्हें किसी भी क्षेत्र में सफल होने से रोकता है. कुल मिलाकर 51 क्षेत्र भगवान हैं जो सभी क्षेत्रों की सुरक्षा करते हैं. यदि आप किसी भी काम या क्षेत्र में किसी भी समस्या का सामना करते हैं तो कृपया उसकी पूजा करें. ये पूजा आप किसी विद्वान पुजारी की सहायता से कर सकते हैं. जैसे ही आप क्षेत्र भगवान की पूजा करेंगे आपका काम दोषों से मुक्त होकर पूरा हो जाएगा.
वृश्चिक राशि
• वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है. इसको प्रसन्न करने के लिए हर मंगलवार को हनुमानजी को संतरी रंग का चोला, जनेऊ ,सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें.
• मंगल ग्रह की प्रिय वस्तु मसूर की दाल होती है. इस दिन 5 किलो मसूर की दाल का दान करने से दोष दूर होते हैं.
• यदि आप अपने कुल देवी या देवता को घर में शादी या उत्सव के समय पूजा नहीं करते हैं तो वे क्रोधित हो जाते हैं और फिर परिवार में विवाद करते हैं. कृपया हमेशा अपने परिवार के कुल देवी या देवता की पूजा अवश्य करें.
धनु राशि
• इस राशि के स्वामी देवताओं के गुरु बृहस्पति हैं. जिनकी राशि धनु है वे लोग हर गुरुवार को गुरु गृह के लिए दान-कर्म करें. हर गुरुवार शिवलिंग पर चने की दाल, बेसन के लड्डू चढ़ाएं.
• इस राशि वाले लोगों की कुंडली में आसुरी दोष मुख्य दोष होता है. ऐसा तब होता है जब किसी ने आपके साथ कुछ गलत किया है या आपके पैर गलत जगह पर पड़ गए हो. इसके लिए हनुमान जी की पूजा करें, हनुमान चालीसा को पढ़ें और हनुमान मंदिर जाकर प्रसाद चढ़ाये. दोष का प्रभाव कम होगा.
मकर राशि
• इस राशि का स्वामी शनि है. शनि की दृष्टि क्रूर मानी जाती है. मकर राशि के लोगों को शनि को प्रसन्न करने के लिए हर शनिवार को तेल, काली उडद और काले कम्बल का दान करना चाहिए.
• अगर आपका कोई काम रुका हुआ है और पूर्ण नहीं हो पा रहा तो माँ देवी पर नारियल और कपड़े चढ़ाये. काम बन जायेगा.
कुम्भ राशि
• कुम्भ राशि के स्वामी शनि देव हैं और इन्हें न्यायधीश के रूप में जाना जाता है. शनि को प्रसन्न करने के लिए हर शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए और 7 छातों का दान करना चाहिए.
• गायत्री मंत्र का जाप करने से इस राशि वाले लोगों की कुंडली के दोष कम हो जाते है.
मीन राशि
• इस राशि के लोगों को देवो के गुरु बृहस्पति की विशेष पूजा करनी चाहिए. गुरु को प्रसन्न करने के लिए हर गुरुवार साबूत हल्दी, पीले रंग के अन्न जैसे चने की दाल आदि का दान करें.
• अगर कोई व्यक्ति लम्बे समय तक अविवाहित है तो अपने पूर्वजों / पितरों की पूजा करें. अपने पूर्वजों की स्मारक की तारीख में ब्राह्मण को भोजन करवाए, दान करें और गाय को चारा दें.