पीरियड्स में दर्द को कम करने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके
हर औरत में दर्द सहने की सबसे अधिक शक्ति होती है. शायद इसीलिए औरत को भगवान का दर्जा दिया जाता है. छोटी उम्र से ही हर लड़की को दर्द झेलने की आदत हो जाती है. पहले पीरियड्स यानी महावारी, फिर शादी के बाद का सम्भोग और उसके बाद माँ बनने का असहनीय दर्द. इतने दर्द सहने के बाद भी एक औरत कभी उफ़ तक नही करती और सारा दिन घर का काम करती रहती है. हर लड़की और औरत को पीरियड्स के पाँचों दिन बहुत कमजोरी और दर्द रहता है. किसी लड़की को ये दर्द कम रहता है तो किसी को जानलेवा होता है. बहुत सारी लड़कियों को तो इन दिनों उल्टियाँ भी रहती हैं.
ऐसे में हर लड़की के हार्मोनस में बदलाव आते रहते हैं. इन बदलावों के कारण ही उन्हें दर्द का सामना करना पड़ता है. और ये उनकी एक बार की तकलीफ नहीं होती बल्कि, हर महीने की रहती है. ऐसे में हर लड़की और औरत को अपने खानपान का ख़ास तौर पर ध्यान रखना चाहिए. क्यों कि गलत खान पान से उन्हें ज्यादा दर्द भी हो सकता है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ आसान उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें अपना कर आप पीरियड्स में होने वाली तकलीफ को कम कर सकतीं हैं. तो देर किस बात की? चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में विस्तार से..
वर्क लोड कम लें
पीरियड्स के दिनों को नाजुक दिन भी कहा जाता है. इन दिनों में आपको ज्यादा काम की स्ट्रेस नहीं लेनी चाह्हिये. क्यों कि ज्यादा काम करने से कमजोरी और ज्यादा बड़ेगी. और कमजोरी के साथ साथ कमर और पेट में दर्द भी बड जायेगा.
व्रत ना रखें
पीरियड्स के दिनों में कमजोरी के कारण लड्कियो को मिनरल्स और विटामिन्स की ख़ास जरूरत रहती है. ऐसे में व्रत रखना काफी खतरनाक साबित हो सकता है. क्यों कि भूखे रहने से और ज्यादा दर्द बड जायेगा.
नींद करें पूरी
महावारी के दिनों में थकान और दर्द अधिक रहता है. जिससे शरीर में कमजोरी ज्यादा बनी रहती है. इसके लिए आपको आराम की जरूरत रहती है. और आराम तभी होगा जब आपकी नींद पूरी हो सकेगी. इसलिए आप पीरियड्स में कम से कम सात से आठ घंटे जरुर सोयें.
हाईजीन का रखें ध्यान
महावारी के दिनों में आपको हाईजीन का भी ख़ास ध्यान रखना चाहिए. हो सके तो आप कपड़े की जगह सेनेटरी नैपकिन यानि पैडस का इस्तेमाल करें और दिन में दो से तीन बार पैड को बदले वरना आपको ब्लड से इन्फेक्शन भी हो सकता है.
फ़ास्ट फ़ूड से करें परहेज़
बाज़ार में जो फ़ास्ट फ़ूड होते हैं, उनमे तेज़ मसलों का उपयोग किया गया होता है. ये तेज़ मसाले आपकी सेहत को पहले से अधिक बिगाड़ देते हैं. इसलिए अगर दर्द को कण्ट्रोल में रखना है तो इन पाँचों दिन फ़ास्ट फ़ूड से परहेज़ रखें.
खुद डॉक्टर ना बनें
बहुत सारे लोग छोटे मोटे दर्द होने पर खुद ही दवाई ले लेते हैं. जब की उस दवाई से आपको साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं. हो सके तो दवाई की जगह गर्म पानी का उपयोग करें. और अगर दर्द सेहन न हो सके तो डॉक्टर से सम्पर्क करें खुद डॉक्टर बनकर दवाई न खाएं.