एक भाई सीएम बन संभाल रहा प्रदेश की कमान,दूसरा देश की सुरक्षा में तैनात है चीन बॉर्डर पर
एक भाई जहां सीएम के रूप में पूरे राज्य की कमान संभाल रहा है वही एक भाई सैनिक के रूप बॉर्डर पर मोर्चा संभाल रहा है। जी हां हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के छोटे भाई शैलेंद्र मोहन की, जो भारतीय सेना में ‘सूबेदार’ हैं और फिलहाल वह चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात हैं। हम सभी बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बारे में तो बहुत कुछ जानते हैं, लेकिन इस संत-राजनेता के परिवार के सदस्यों के बारे में हमें ज्यादा जानकारी नहीं है तो आइए मिलते हैं उनके सूबेदार भाई से…
चीन बॉर्डर पर तैनात हैं शैलेंद्र
योगी आदित्यनाथ चार भाई और तीन बहनों में दूसरे नंबर पर हैं। उनके दो भाई कॉलेज में नौकरी करते हैं, जबकि शैलेंद्र सेना की गढ़वाल रेजिमेंट में सूबेदार हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शैलेंद्र मोहन गढ़वाल स्काउट यूनिट में माना बॉर्डर पर तैनात हैं, जो कि चीन के साथ लगी हुई है। गढ़वाल स्काउट यूनिट केवल स्थानीय लोगों को पहाड़ी सीमाओं की रक्षा के लिए सैनिकों के रूप में कार्यरत करता है। सीमा के दूसरी तरफ मौजूद चीनी सेनाओं द्वारा घुसपैठ की बढ़ते खतरों के कारण माना सीमा का काफी सामरिक महत्व है। गौरतलब है कि जहां बड़े बड़े राजनेताओं और अफसरों के घरों के नौवजवान सेना में नही जाना चाहते है वहीं शैलेंद्र् ने सैनिक बन अपनी मातृभूमि को बचाने के लिए का संकल्प लिया है.. जबकि इनके बड़े भाई (आदित्यानाथ) पिछले दो दशकों से राजनीति में है और 1998 से एमपी भी रहे हैं।
योगी से मिलती है प्रेरणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पौड़ी गढवाल के गांव से संन्यास और राजनीति का लंबा सफर तय कर चुके हैं। शैलेंद्र मोहन अपने बड़े भाई योगी आदित्यनाथ को बहुत पसंद करते हैं.. हालांकि वह समय न मिल पाने के कारण उनसे नहीं मिल पाते हैं।योगी आदित्यनाथ के साथ अपनी आखिरी मुलाकात को याद करते हुए मोहन कहते हैं कि यूपी के मुख्यमंत्री बनने के बाद वह उनसे दिल्ली में मिले थे। अपने बड़े भाई के बारे में बात करते हुए मोहन ने कहा कि ‘बड़े भाई योगी आदित्यनाथ ने उनसे मातृभूमि की सेवा करने के लिए कहा था’।
साथ ही योगी आदित्यनाथ के साथ तुलना करते हुए, जो अपने परिवार में ‘महाराज जी’ के नाम से भी जाने जाते हैं, सूबेदार मोहन ने कहते हैं कि दोनों भाई देश की सेवा के लिए कर्तव्यों को पूरा कर रहे हैं। बता दें कि यूपी के 21वें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं। योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है और इनका जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले एक छोटे से गांव पंचूर में हुआ लेकिन बचपन में ही उन्होंने घर छोड़ दिया और गोरखपुर मंदिर में दीक्षा ली।
योगी आदित्यनाथ ऐसे आए राजनीति में
योगी आदित्यनाथ के गुरु अवैद्यनाथ ने 1998 में राजनीति से संन्यास लिया और आदित्यनाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। यहीं से योगी आदित्यनाथ की राजनीतिक पारी शुरू हुई। 1998 में गोरखपुर से 12वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचे तो वह सबसे कम उम्र के सांसद थे, वो 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने। 1998 से लगातार गोरखपुर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और 2014 में योगी पांचवी बार सांसद चुने गये थे।