इस तरह करें मंगलवार के दिन करें ग्यारह रुपयों का दान, मिट जाएगी आपकी गरीबी
भारत देश रीति रिवाजों और परम्पराओं का देश है. यहाँ के लोग हर छोटे से छोटे त्यौहार और हर छोटे से छोटे दिन को काफी उत्सुकता से मनाते हैं. भारत देश में मंगलवार और शनिवार के दिन को लेकर काफी सारी कहानियां प्रचलित हैं. इन दो दिनों को माता के दिन माने जाते हैं. मंगलवार के दिन ख़ास तौर पर हुनमान जी की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है. राम और सीता के बाद हनुमान जी को भी काफी अच्छा माना जाता है. कहा जाता है कि हनुमान जी की मंगलवार के दिन अगर सच्चे मन से पूजा और अर्चना की जाये तो लक्ष्मी माँ हमसे प्रसन्न हो जाती है. जिसके बदले में वह हमारी परेशानियों को दूर कर देती हैं और हम पर पैसो की बरसात करती हैं. आज के आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपना कर आप आसानी से लक्ष्मी माँ को खुश कर सकते हैं और अपनी गरीबी को हमेशा के लिए दूर भगा सकते हैं. तो देर किस बात की? चलिए जानते हैं आखिर पूरी खबर क्या है…
ग्यारह रूपये माता को अर्पित करें
अगर आप धन की प्राप्ति चाहते हैं तो इसके लिए आपको लक्ष्मी माँ को प्रसन्न करना होगा. इसलिए आप मंगलवार वाले दिन सुबह उठ कर सनान के बाद लक्ष्मी माँ के साथ हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ती को रख दें. उसके बाद लक्ष्मी माँ के सामने ग्यारह रूपये चड़ा दें. इससे लक्ष्मी माँ आपसे खुश हो जाएँगी.
सिक्कों का उपयोग करें
लक्ष्मी माँ के आगे ग्यारह रूपये चडाने से पहले इस बात का ध्यान रखियेगा कि आपको ग्यारह रूपये जो चडाने हैं वो सिक्कों के रूप में ही होने चाहिए. भले एक दस रूपये का सिक्का और एक रूपये का सिक्का रख लें, या फिर एक या दो रूपये के सिक्के रख लें. इन सिक्को को माता के चरणों में रख कर दीया जला लें और अपने मन में जो भी इच्छा है उसको 7 बार दोहराएं. इससे माता रानी तक आपकी इच्छा जल्द से जल्द पहुँच जाएगी.
108 बार करें इस मंत्र का जाप
सिक्को के बाद आप ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:’ इस मंत्र का आंखें बंद करके सच्चे मन से जाप करें. वैसे तो आपकोइस मंत्र का जाप 21 बार करना ही है. लेकिन हो सके तो 108 बार इसका जाप कर लें. ऐसा करने से माता रानी आपसे खुश हो जाएँगी और अपनी कृपा करेंगी. इसके बाद अब चढ़ाए हुए 11 रुपए के इन सिक्कों को दीये के ऊपर से 11 बार वार लें. इसकेअड़ आप इन सिक्को को अपने पास किसी तिजोरी में रख लें या फिर गरीब बच्चे को दान दे दें. शास्त्रों के अनुसार हम सच्चे मन से जितना दान करते हैं, उससे कहीं गुना ज्यादा हमे वापिस प्राप्त हो जाता है.
इस पूरी पूजा को करने से पहले इस बात का ध्यान रखियेगा कि आप पूजा जिस हित के लिए कर रहे हैं उससे किसी का कोई नुक्सान न हो. क्यों की नुक्सान की भावना से की गयी पूजा कभी भी सफल नहीं हो सकती. इसलिए आप गरीब को भी दान दे तो स्वार्थ से मत दें बल्कि, उसकी परेशानियों को समझ कर उसकी भलाई के लिए दान करे. जैसे जैसे आपका दान किया रुपया खर्च होगा वैसे वैसे आपको धन की प्राप्ति होती जाएगी.