गुजरात के एक अस्पताल में 24 घंटे में मरे 9 बच्चे, मचा पुरे देश में हडकंप, कांग्रेस ने बोला हमला
अहमदाबाद: अभी ज्यादा दिन नहीं हुए गोरखपुर अस्पताल में होने वाली मौतों की घटना को। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से एक ही दिन में 30 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी। इस घटना ने पुरे देश में खलबली मचा दी थी। एक बार फिर ऐसी ही घटना हो रही है, लेकिन यह गोरखपुर में नहीं बल्कि गुजरात में हुई है। गुजरात के अहमदाबद में स्थित सिविल अस्पताल में शुक्रवार रात से लेकर शनिवार रात के बीच 9 नवजात बच्चों की मौत हो गयी। इस घटना से पुरे देश में एक बार फिर हडकंप मच गया है।
5 बच्चे बाहर से लाये गए थे इस अस्पताल में:
इन मौतों के बाद विपक्ष ने जमकर बीजेपी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने इन मौतों के लिए गुजरात सरकार से जवाब की माँग की है। हालांकि दूसरी तरफ अस्पताल प्रशासन किसी तरह की असमान्य घटना से इनकार कर रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस अस्पताल में इलाज के लिए 5 बच्चों को बाहर से लाया गया था, जबकि चार बच्चे इसी अस्पताल में पैदा हुए थे। बताया जा रहा है कि ये बच्चे काफी कमजोर और कई घातक बिमारियों से ग्रसित थे।
विपक्ष ने इस दुखद घटना पर शुरू कर दी राजनीति:
एक तरफ बच्चों की मौत से पूरा देश दुखी है, वहीँ दूसरी तरफ इस घटना पर विपक्ष ने राजनीति भी करनी शुरू कर दी है। कांग्रेस के नेता शक्ति सिंह गोहिल ने ट्वीट करके कहा कि इसके लिए गुजरात सरकार को जवाबदेही स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि या तो सरकार यह मानें की डॉक्टर लापरवाह थे या बच्चों की माताएं कुपोषित थी। वहीँ कांग्रेस के एक अन्य नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि एक दिन में 9 बच्चों की मौत की खबर सुनकर वह बहुत दुखी हैं। यह घटना सरकार के स्वास्थ्य के प्रति सुस्त और लापरवाह रवैये के बारे में बताती है।
बच्चों का वजन था सामान्य से भी बहुत कम:
बच्चों के मौत की वजह वजन कम होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार 5 बच्चों को लुनावाडा, सुरेंदरनगर, मनसा, विरमगम और हिम्मतनगर के अलग-अलग अस्पतालों से सिविल अस्पताल में लाया गया था। इन बच्चों का वजन लगभग 1 किलो था। जबकि नवजात बच्चे का वजन सामान्यतौर पर 2.5 किलो होना चाहिए। जानकारी के अनुसार इन बच्चों को एसिफिक्सिया, एक्सट्रीम प्रीटर्म बर्थ एसिफिक्सिया, मेकोनियसम एस्पिबरेशन सिंड्रोम जैसी बीमारियाँ हुई थी। घटना के समय सभी नर्स और डॉक्टर अस्पताल में ही थे।