राधे माँ का गुस्स्सा 7वें असमान पर, तू चुप कर ज्यादा टैं-टैं ना कर,पागल बना दिया है राधे मां को
नई दिल्ली: खुद को देवी दुर्गा का अवतार मानने वाली राधे माँ के बारे में सभी लोगों को पता है, लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि उन्हें गुस्सा बहुत आता है। जी हाँ हाथ में त्रिशूल लिए लाल सदी पहकर गहनों से सजकर देवी के रूप में शांत बैठी रहने वाली राधे माँ को जब गुस्सा आता है तो उनका चेहरा देखने लायक होता है। हालांकि ज्यादातर समय वह अपने चेहरे पर मुस्कान लिए ही अपने कुछ भक्तों के साथ दिखाई देती हैं। उनके भक्त उन्हें गोदी में उठाकर यहाँ-वहाँ ले जाते हैं।
एक-एक करके आ रहे हैं सभी बाबाओं के असली चेहरे सामने:
ज्यादातर समय विवादों में रहने वाली राधे माँ का असली रूप धीरे-धीरे सबके सामने आने लगा है। आप तो जानते ही हैं कि देश में ढोंगी बाबाओं की बाढ़ सी आयी हुई है। एक-एक करके सबके असली चेहरे सामने आ रहे हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के सम्भाल में पत्रकारों का जवाब देते-देते राधे माँ भड़क गयी और कुछ ऐसा कर दिया, जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी। जवाब देते-देते राधे माँ रोने लगी और कैमरे को बंद करवा दिया। आपको बता दें राधे माँ यहाँ कल्कि महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए आयी हुई थीं।
मैं कोई संत नहीं हूँ, मैं माँ हूँ:
जब मीडिया ने उनसे सवाल पूछने शुरू किये तो राधे माँ उनके ऊपर भड़क गयीं। उन्होंने कहा कि, ‘तुम मार डोज मुझे, मीडिया वाले मिलकर मार देंगे मुझे।‘ केवल यही नहीं राधे माँ ने आगे जो कहा इसकी किसी पत्रकार ने उम्मीद नहीं की थी। उन्होंने कहा, ‘तू चुप कर ज्यादा टैं-टैं ना कर, तुम लोगों ने पागल बना दिया है मां को।‘ उन्होंने कहा ‘मैं हिन्दू धर्म को आगे बढ़ा रही हूँ, तुम अपनी ही माँ को मार रहे हो। मैं कोई संत नहीं हूँ, मैं माँ हूँ।‘ पत्रकार राधे माँ से सवाल कर रहे थे, इसपर राधे माँ भड़क गयी और पत्रकार से उसकी पढ़ाई के बारे में पूछना शुरू कर दिया। फिर अंग्रेजी बोलते हुए पत्रकारों से ही सवाल करने शुरू कर दिए।
पत्रकारों से लड़ाई-झगड़े पर उतर आयी राधे माँ:
जब पत्रकारों ने राधे माँ के ऊपर आरोप लगाने शुरू किये तो वह और भड़क गयी और लड़ाई पर उतर आयीं। उन्होंने कहा कि क्या तुम दूध के धुले हो। उन्होंने पत्रकारों को जोर-जोर से उल्टा-सीधा भी कहना शुरू कर दिया। इससे पहले राधे माँ अपने ऊपर लग रहे आरोपों का टीवी पर जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि राधे माँ को मिलने के लिए कोई अलग गुफा नहीं है और ना ही सोने के लिए कोई अलग गुफा है। उन्होंने यह भी कहा था कि उनका जीवन एक खुली किताब की तरह है।