मोदी ने शरीफ को दिखाई उनकी औकात, कहा बात करना है तो पहले आतंकी हमले बंद करें…
शरीफ अब पाकिस्तान में अपनी सरकार के बुरे हालात को देख कर भयभीत है और यही डर उन्हें बार-बार प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के लिये और विवश कर रहा है। लेकिन, पकिस्तान से बार-बार हो रहे बॉर्डर टेररिज्म और हमलों से नाराज़ प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के बात-चीत के दोनों न्योतो को ठुकरा दिया ( Modi denied talk with Pakistan over Kashmir issue ) । पाकिस्तान ने भारत से कश्मीर मसले पर बात करने के लिए 15 अगस्त और 19 अगस्त को दो न्योतें दिए लेकिन मोदी सरकार ने दोनों की न्योतों को खारिज़ कर दिया।
पाक अधिकृत कश्मीर को भी मुद्दे में शामिल करें
इससे पहले भी पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चुधारी ने हिंदुस्तानी विदेश सचिव एस जयशंकर से कश्मीर विवाद पर वार्ता करने की पेशकश की , जिस पर जयशंकर ने कड़े शब्दों में पाकिस्तान को खरी-खोटी सुना दी। उन्होंने कहा पहले बॉर्डर साइड के काउंटर टेररिज्म को बंद करें और पाक अधिकृत कश्मीर को भी मुद्दे में शामिल करें तभी हम बात-चीत के बारे में सोच सकतें हैं।
पाकिस्तान अपनी नापाक चालों से अपने ही जाल में फंसता जा रहा है।
पाकिस्तान अपनी नापाक चालों से अपने ही जाल में फंसता जा रहा है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के नेता प्रधानमंत्री मोदी से अपनी आजादी की लड़ाई में शामिल होने की मांग कर रहें हैं। साथ ही वो ये भी चाहतें है कि भारत इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उछाले। इन घटनाओं से पाकिस्तान बिलकुल डर सा गया है और अब वह बात-चित से औलाद करना चाहता है। लेकिन प्रधान मंत्री के कड़े रुख की वजह से उन्हें हर बार इंकार का सामना करना पड़ रहा है।