…. तो इन 5 कारणों से जरूरी होता है किताबें पढ़ना
हमारी ज़िन्दगी हमारे व्यक्तित्व का आइना होती है और वो हमारे द्वारा ही डिजाइन की जाती है. हमारी ज़िंदगी में मिलने वाले विकल्प हम खुद ही चुनते हैं. हर एक क्षण हर एक परिस्थिति हमको एक नया विकल्प देती है. हम चाहे खुशियाँ चुने या दुःख, निश्चितता या अनिश्चितता, सफलता या असफलता, साहस या डर आदि. हमारे पास हमेशा ये अवसर होता है कि हम चीजों को अलग तरीके से करें और अपने लिए सकारात्मक परिणाम खोजे. ऐसा होना तभी संभव है जब हम अपनी सकारात्मक सोच के लिए किताबों का सहारा लें.
किताबें पढ़ने से होता है अच्छीआदतों का विकास :
किताबों को पढ़ना सबसे बुनियादी आदतों में से एक है जिसमें किसी बच्चे से लेकर जवान और बुढ्ढे जीवन में सफल होना सीख सकते है. अच्छी किताबें पढ़ने से ना केवल अच्छी आदतों का विकास होता है बल्कि स्वाभाविक रूप से हमारे बच्चे के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है. रोजमर्रा की जिंदगी में भी जवान और बुढ्ढे लोग इनको पढ़ सकते है. हमको पढ़ने की आदतों को विकसित करना चाहिए क्यूंकि किताबें पढ़ना महत्वपूर्ण होता है.
दिमाग की अच्छी कसरत करती है किताब :
हमारे मस्तिष्क के लिए एक अच्छी किताब पढ़ने से बेहतर कोई कसरत नहीं हो सकती है. समाज में हर तरह के लोग है और हर तरह की किताबें बाजार में उपलब्ध है.
हर इंसान अपनी रूचि के हिसाब से किताब पढ़ता है. व्यापारी लोग ज्यादातर व्यापार से संबंधित पुस्तकों को पढ़ते है, युवा लोग प्यार, रिश्तों आदि की किताबों को पढ़ते हैं, वृद्ध लोग धर्मिक किताबें पढ़ना पसंद करते है. पुस्तकें पढ़कर आप मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञान भी अर्जित करते है. हर इंसान एक अच्छी किताब का आनंद लेना चाहता है.
जानिए, 5 कारण आखिर क्यों किताबें पढ़ना है जरूरी-
शब्दावली का विकास :
किताबें पढ़ने से आप अपनी शब्दावली को विकसित कर सकते है. जितना अधिक आप पढ़ते हैं उतने ही नये शब्द आपकी शब्दावली में अपना रास्ता खोज लेते है. पढ़ना उन शब्दों और वाक्यांशों को सीखा देता है जिन्हें आप सामान्य भाषण के भाग के रूप में उपयोग कर सकते हैं.
ध्यान लगाने में मदद :
किताबें पढ़ने से आप किसी भी बात में ध्यान लगाने की अवधि को बढ़ाते हैं. प्रारंभिक उम्र से अच्छी पढ़ी जाने वाली किताबों की आदतों को अपने आप में प्रोत्साहित करने से ध्यान अवधि बढ़ती है और हमें बेहतर और अधिक समय तक ध्यान केंद्रित करने में आसानी होती है.
समय का सही उपयोग :
अच्छी किताबों को पढ़ने की आदतें समय का सही उपयोग करवाती है. जब कभी हम खाली बैठे होते है तो हम सोचते रह जाते है कि हम क्या करें और क्या न करें. उस समय किताबों को पढ़ने से हमारा समय का सदुपयोग हो जाता है.
पुस्तकों के लिए आजीवन प्रेम :
किताबें पढ़ने की आदतों को विकसित करने से हम अपने अंदर पुस्तकों के किये आजीवन प्रेम विकसित कर लेते है. नियमित रूप से पढ़ना शुरू करने पर हम आगे जीवन में किताबें पढ़ने का आनंद लेने लगते हैं.
होती है ज्ञान की प्यास विकसित :
किताबें पढ़ने से हमारे अंदर ज्ञान की प्यास को प्रोत्साहित मिलता है. अच्छी किताबे पढ़ने की आदत से हम हमारे चारों ओर की दुनिया के बारे में अधिक जानते है. अन्य संस्कृतियों में रुचि विकसित करते है.