स्टेमिना बढ़ाने के लिए मदद करेंगे आप के ये उपाय
स्टेमिना क्या है स्टेमिना बढ़ाने के उपाय, स्टेमिना कैसे बढ़ाए?
स्टेमिना अर्थात आंतरिक बल का अर्थ होता है लम्बे समय तक स्थायी रूप से बने रहना. यदि आप वास्तव में लंबे समय तक चल सकते हैं या भारी बॉक्स को एक बहुत लंबे समय तक उठा सकते है तो आपका स्टेमिना अच्छा है. स्टेमिना हमेशा शारीरिक शक्ति और धीरज से संबंधित नहीं होता है.
कभी कभी एक मुश्किल पहेली या एक जटिल समस्या को हल करने के लिए आपके मस्तिष्क को लंबे समय तक जूझने की आवश्यकता होती है जिसे मानसिक स्टेमिना या मानसिक सहनशक्ति कहा जाता है. यदि आपके कठिन समय में आपने धीरज बनाये रखा और अपना धैर्य खोया तो कह सकते है कि वास्तव में आपकी भावनात्मक सहनशक्ति या स्टेमिना मज़बूत है.
स्टेमिना बढ़ाने के उपाय-
संतुलित और स्वस्थ आहार:
स्वस्थ आहार वह है जो कि स्वास्थ्य को बनाए रखने या उसे सुधारने में मदद करता है. यह कई चिरकालिक स्वास्थ्य जोखिम जैसे कि मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण है. आहार हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करके स्वस्थ रखकर हमारे शरीर की ऊर्जा क्षमता को बढ़ाता हैं. आहार स्वस्थ होने के साथ-साथ संतुलित होना भी अति आवयश्यक है. संतुलित आहार में समुचित मात्रा में सभी पोषक तत्वों और पानी का सेवन खासतौर पर शामिल होता हैं. आहार संतुलित होने के साथ-साथ सही मात्रा में भी होना चाहिए.
पानी :
स्टेमिना बनाये रखने के लिए भरपूर पानी पीना आवश्यक है. बहुत-से लोग ये जानते है कि पानी पीना आवश्यक है परन्तु कितना पानी ये नहीं जानते. पानी न तो बहुत कम पीना चाहिए, न ही बहुत ज़्यादा, बल्कि पर्याप्त मात्रा में पीना चाहिए. पानी की कमी और अधिकता दोनों ही शरीर के लिए नुक़सानदेह हो सकती है. पानी की कमी से डीहाईड्रेशन और थकान हो सकती है इसलिए थकान कम करने के लिए को कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए.
व्यायाम करें :
जहा अच्छे भोजन से शरीर को पोषण मिलता है, उसी प्रकार से व्यायाम से शरीर का stemina बढ़ता है. शरीर को स्वस्थ, चुस्त, सुगठित, तंदुरुस्त और फुर्तीला बनाये रखने के लिए व्यायाम अति आवश्यक है. ये शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ शरीर की क्षमता को विकसित करता है और शरीर को सम्पूर्ण ऊर्जा प्रदान करता है. जो लोग रोजाना व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करते है उनकी शारीरिक और मानसिक क्षमता बढ़ती है.
अच्छी आदतों को अपनाना :
जैसे हर सिक्के के दो पहले होते है उसी प्रकार हर मनुष्य में अच्छी और बुरी आदतें होती हैं. हर मनुष्य अच्छी और बुरी आदतों के बारे में जानता हैं. बुरी आदतों जैसे जुआ, धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन, जंक फूड, व्यभिचार आदि से मनुष्य को दूर रहना चाहिए. अच्छी आदतों जैसे पूजा- पाठ, परिवार के साथ समय व्यतीत करना, स्वस्थ भोजन करना अदि को अपनाकर हम अपना स्टेमिना बढ़ने के साथ-साथ परिवार में भी खुशियां ला सकते है.