ये हैं नपुसंकता के सब से ख़ास वजहें और लक्षण, इन वजहों से आदमी हो सकता है नपुंसक
नपुसंकता का मतलब
हमारे समाज में आमतौर पर नपुंसकता का विषय एक ऐसा विषय माना जाता है जिसका जिक्र करने में लोग हिचकिचाते है. नपुसंकता का मतलब
सम्भवता पुरुष के सम्बन्ध से होता है. किसी पुरुष में नपुंसकता के होने के कई कारण हो सकते है. नपुंसकता का संबंध सीधे तौर पर ज्ञानेन्द्रियों से होता है. नपुसंकता का अर्थ पुरुष की प्रजनन क्षमता में कमी आने से होता है. नपुसंकता की स्थिति में पुरुष का प्रजनन अंग छोटा हो जाता है जिसके कारण शुक्राणुओं की कमी हो जाती हैं या शुक्राणु बिल्कुल नहीं बनते. नपुसंकता की समस्या से ग्रसित पुरुष स्त्री के साथ सहवास करने पर उसे पूरी तरह से संतुष्ट नहीं कर पाता. ऐसा होने से पुरुष को मानसिक और शारीरिक दोनों तरह का तनाव रहता है, चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है नतीजन वैवाहिक जीवन में दरार पड़ने लगती है.
नपुसंकता के कारण
अधिक मानसिक दबाव व अवसाद होने से
व्यक्ति के दिमाग़ में जब शंका का कीड़ा कुलबुलाता है तो ये भी सेक्स करने में नाकामी का वजह हो सकता है। ऐसा कई बार होता है की व्यक्ति को लगता है कि वे ठीक तरह से कर भी पायेगा या नहीं और यही विचार के व्यक्ति के मन को कमज़ोर कर देता है और फिर हकीकत में भी ऐसा ही हो जाता है। ऐसी शंकाओं का मन में पैदा होना इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की वजह बनती हैं। इन्ही कारणों से व्यक्ति लंबे समय में सेक्स सेदिल ऊबने लगता है और उसकी इच्छा में धीरे धीरे कमी आने लगती है।
चिकित्सकों का कहना है की 80 प्रतिशत मामले में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होते है, जो की शारीरिक होती है एवं 20 प्रतिशत मामलों में मानसिक कारण इस के लिए ज़िम्मेदार होते हैं
मधुमेह के रोग से ग्रस्त होने से
अगर आप मधुमेह की समस्या से ग्रसित हैं तो डॉक्टर से ज़रूर परामर्श लें,अगर आप मधुमेह की समस्या से ग्रसित हैं तो डॉक्टर से ज़रूर परामर्श लें, हृदय रोग एवं कंठमाला रोग से ग्रस्त होने पर भी धीरे धीरे स्थितियां बिलकुल उलट जाती हैं
प्रजनन के लिए आवश्यक शुक्राणुओं का उत्पादन न होने के कारण /वीर्य में शुक्राणुओं की कमी
नर्वस सिस्टम में आई कमी के चलते भी नपुंसकता की समस्या हो सकती है। न्यूरॉलजी से जुड़ी समस्याएं नपुंसकता कीअसली कारण हो सकते हैं
अधिक ध्रूमपान करने के कारण या शराब का सेवन करने से
नशाखोरी से इंसान का सेक्स लाइफ बर्बाद हो सकता है . तनाव, शराब का सेक्स लाइफ पर बेहद गंभीर असर होता है. इन से बच कर रहना ही इस का इलाज़ है. नशे के बारे में ऐसा कहा जाता है कि प्रारंभिक दिनों में व्यक्ति को सहवास में अच्छा लगता है, लेकिन जैसे जैसे समय बढ़त जाता है स्थितियां वैसे ही धीरे धीरे उलट हो जाती हैं।
शरीर के हार्मोन्स में कमी आने के कारण या शरीर में उपलब्ध हार्मोंस में गड़बड़ी
उत्तेजना की वजह से लिंग में रक्त का प्रबाह होता है परन्तु जब रक्त का प्रबाह असंतुलित हो जाता है तो लिंग में सख्ती नहीं आ पाती . स्थिति उस वक़्त और बिगड़ जाती है जब सहवास के दौरान रक्त प्रवाह लिंग में खत्म हो जाता है एवं व्यक्ति को शर्मिंदा होना पड़ता है.
इस के अलावा कुछ व्यक्ति जन्म से नपुंसक भी होते हैं एवं कुछ दुर्घटनावश आदि की वजह से नपुंसक हो जाते हैं
नपुसंकता के लक्षण
नपुसंकता के लक्षण कई तरह के होते है. अगर कोई स्त्री अपने सहभागी के बारे ये जानना चाहती है कि नपुंसक है या नहीं तो निम्न बातों से ये जाना जा सकता है-
नपुसंकता का पहला लक्षण होता है- घबराहट और आत्मविश्वास में कमी
अगर स्त्री के सहभागी पुरुष को सम्भोग करने के बाद या पहले घबराहट महसूस होती हैं या करते समय उसमे आत्मविश्वास में कमी दिखाई दे रही है तो वो नपुंसक हो सकता है.नपुंसक पुरुष में सम्भोग के समय में लिंग में कठोरता नहीं ला पाता या उसमें शीघ्र ही कमी आ जाती है. .
अगर सम्भोग के समय स्त्री उत्तेजित और कामुक हो जाए पंरतु पुरुष सम्भोग करने के लिए उत्तेजित न दिखे तो पुरुष नपुंसक हो सकता है.
पुरुष के लिंग का उचित लम्बा होना अनिवार्य है. अगर पुरुष का लिंग सामान्य से छोटा होता है तो वो नपुंसक हो सकता है.
यदि पुरुष सम्भोग करते समय स्त्री के पूरी तरह से संतुष्ट होने से पहले ही डिस्चार्ज हो जाए तो पुरुष नपुंसक हो सकता है. .