मोटापे के जोखिम को रोकने और वजन को बनाए रखने के लिए अपनाएँ ये उपाय
मोटापे का बढ़ता खतरा खासतौर पर बचपन में एक बड़ी समस्या बन रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बचपन में होने वाले मोटापे के लिए कुछ नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञ और पेशेवर किशोरों और बच्चों में मोटापे की पहचान करने और उससे निपटने में मदद कर सकते हैं. जानिए, क्या हैं ये दिशानिर्देश-
• वजन और मोटापे को रोकने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की जाएं.
• विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक, 2016 में 5 लाख से अधिक बच्चे वजन या मोटापे से प्रभावित थे.
• बच्चों के खाने की आदतों पर ध्यान रखा जाए.
• यदि बच्चों का समय पर इलाज ना हो तो बिना प्रभावी उपचार के वे पूरे जीवन में वजन और मोटापे से ग्रस्त रह सकते हैं.
• बच्चों को मोटापे से हृदय रोग का खतरा भी हो सकता है. मधुमेह और समय से पहले की मौत, साथ ही बचपन में शारीरिक और मनोवैज्ञानिक परिणामों को भी बच्चों को भुगतना पड़ सकता है.
मोटापे से लड़ने के लिए अपनाएं ये 5 आहार युक्तियां :
आपको वजन कम करने और मोटापे के जोखिम को रोकने के लिए कुछ आसान उपाय अपनाने होंगे.
1. बच्चों को आहार में बाजरा, रागी, मक्का और ज्वार जैसे पूरे अनाज को शामिल करें.
2. प्रतिदिन मौसमी सब्जियों को डायट में शामिल करें. पूरे दिन कम से कम दो फलों का सेवन करें. फल ऐसे हो जिसमें विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट के अलावा दोनों घुलनशील और अघुलनशील फाइबर भी हों.
3. राजमा, चना, सोया, दालों को आहार में शामिल करें. दालें प्रोटीन से भरपूर होती हैं. जो वजन नियंत्रित करने में मदद करता है. इनसे आपको बहुत भूख भी नहीं लगती.
4. सामान्य वजन के लिए, आप कुल कैलोरी का 10% कम चीनी का सेवन करें. इससे वजन कम करने में मदद मिलेगी.
5. आपके भोजन में कैलोरी में से कुल 15% वसा होती हैं. ऐसे में आप कम कैलोरी युक्त भेाजन करें. हां, भोजन में पोषक तत्वों को शामिल करना ना भूलें.
वजन दे सकता है बीमारियां :
अगर बच्चों में मोटापे की समस्या है तो उन्हें टाइप 1 डायबिटीज होने का खतरा भी रहता है. बच्चों में आगे जाकर उच्च रक्तचाप की समस्या बढ़ सकती है. इतना ही नहीं, बच्चों को हृदय रोग भी हो सकते हैं. ऐसे में एक संतुलित आहार और नियमित व्यायाम अतिरिक्त वजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. इससे आप फिट और स्वस्थ जीवन शैली भी जी सकते हैं.