कम पढ़े-लिखे लोग न हों निराश, इन 5 कामों को करके कमा सकते हैं मोटी रकम, जानिये कैसे
पढ़ाई की सबके जीवन में बहुत अहमियत होती है. एक अच्छी नौकरी पाने के लिए व्यक्ति का पढ़ा-लिखा होना बेहद ज़रूरी है. कहा जाता है कि जो जितना पढ़ा-लिखा होता है वह अपने जीवन में उतनी ही तरक्की करता है. लेकिन हमारे देश में अभी भी उन लोगों की संख्या अधिक है जो कम या बिल्कुल पढ़े लिखे नहीं हैं. आर्थिक स्थिति कमज़ोर होने के कारण उन्हें अच्छी पढ़ाई मिल नहीं पाती. मिलती भी है तो किसी कारणवश उसे बीच में ही छोड़नी पड़ जाती है. इस वजह से उन्हें मजबूरन बहुत ही कम तनख्वाह में काम करना पड़ता है. यदि आपको भी ज़्यादा पढ़ाई करने का मौका नहीं मिला तो निराश होने की ज़रुरत नहीं है. आज हम आपको कुछ ऐसे वोकेशनल कोर्सेस के बार में बताने जा रहे हैं जिन्हें करने के बाद आप आसानी से अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं. क्या हैं वह कोर्स आईये जानते हैं.
फैशन डिजाइनिंग
जिन्होंने बारहवीं तक पढ़ाई की है वह फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर सकते हैं. इसमें शोर्ट टर्म कोर्सेस भी होते हैं जो 6 महीने से लेकर 1 साल तक के होते हैं. आप यह विकल्प चुनकर भी अपना भविष्य सुनहरा बना सकते हैं. 10वीं पास वाले अपैरल पैटर्न मेकिंग का कोर्स कर सकते हैं.
हेयर स्टाइलिंग
केवल बड़े सितारे नहीं बल्कि आम व्यक्ति को भी नए-नए हेयर स्टाइल ट्राई करने का शौक़ होता है. यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें करियर बनाने की बहुत ज़्यादा संभावनाएं होती है. कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद आप इस क्षेत्र से जुड़कर जम कर कमाई कर सकते हैं. यह कोर्स 10वीं और 12वीं के बाद किया जा सकता है.
सौंदर्य का क्षेत्र
यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें लड़कियों के साथ-साथ लड़कों को भी आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है. जिन लोगों ने अपनी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई कम्पलीट कर ली है उनके लिए ब्यूटी कल्चर से जुड़े कई प्रकार के वोकेशनल कोर्सेस उपलब्ध हैं. यह कोर्स करके वह सौंदर्य के क्षेत्र में नई उंचाइयों को छूने के साथ मोटी रकम भी कमा सकते हैं.
रिपेयरिंग
8वीं और 10वीं तक पढ़े-लिखे लोगों के लिए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स रिपेयरिंग का कोर्स एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. इस कोर्स को करने के बाद वह खुद का सर्विस सेंटर खोल सकते हैं. आप रेडियो एंड टेलीविज़न कंपोनेंट, रिपेयर ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स, रिपेयरिंग एंड मेंटेनेंस ऑफ़ मोबाइल फ़ोन जैसे वोकेशनल कोर्स कर सकते हैं. इन कोर्सों की अवधि 2 सप्ताह, 6 माह से लेकर 1 साल तक की होती है.
पर्यटन
पर्यटन की वजह से हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में रोज़गार के अवसर बढे हैं. कम पढ़े-लिखे होने के बावजूद 3 या 6 महीने का ट्रेवल एंड टिकटिंग का कोर्स करके आप अपनी करियर की गाड़ी को सही ट्रैक पर ला सकते हैं. इस कोर्स को करने के बाद आप होटल्स, एयरलाइन्स, ट्रेवल एजेंसी, ग्राउंड स्टाफ के रूप में काम कर सकते हैं.