इन उपायों से बच सकते हैं दिवाली के दिन तंत्र-मंत्र का शिकार होनें से
कुछ लोग ज्योतिष में तंत्र-मंत्र का उपयोग अपने जीवन की परेशानियों से मुक्ति पानें के लिए करते हैं, जबकि आज के समय में इसके उपयोग का मतलब बदल गया है। आज कुछ लोग तंत्र-मंत्र का प्रयोग खुद के फायदे की बजाय दूसरों का नुकसान करवानें के लिए ज्यादा करनें लगे हैं। भारतीय संस्कृति में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में तरह-तरह के तंत्र-मंत्र के प्रयोग किये जाते हैं। भारत में सबसे ज्यादा तंत्र-मंत्र के प्रयोग अमावस्या के दिन किये जाते हैं।
दिवाली की अमावस्या होती है तंत्र-मंत्र के लिए ख़ास:
वैसे तो तंत्र-मंत्र की सिद्धियों के लिए सभी अमावस्या सही होती है लेकिन पुरे साल में एक बार पड़ने वाली दिवाली की अमावस्या का ख़ास महत्व होता है। इसे तंत्र-मंत्र की सिद्धियों के लिए सबसे ज्यादा फलदायक माना गया है। इसलिए आपको इस दिन खुद को तंत्रों-मन्त्रों के प्रयोग में आनें से बचनें के लिए ख़ास ध्यान देने की भी जरुरत होती है। आगे बताई गयी सावधानियों को ध्यान में रखकर आप परेशानी से बच सकते हैं।
दिवाली के दिन रखें इस बातों का ध्यान:
*- किसी का दिया हुआ खानें से बचें:
दिवाली के दिन कोई अनजान व्यक्ति कुछ खानें के लिए दे तो उसे नहीं लेना चाहिए। पुरानें जमानें में लोग इससे बचनें के लिए ख़ास तरीके अपनाते थे, आप भी इसे अपना सकते हैं। पहले जमानें में जब कोई व्यक्ति किसी को दिवाली के दिन खाना बनाकर देता था तो खानें से पहले थोड़ा खाना निकालकर बाहर फेंक दिया जाता था। उसके बाद ही उस भोजन को कोई ग्रहण करता था। ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई खानें के जरिये आपके ऊपर तांत्रिक प्रयोग करना चाहता है तो वह असफल हो जाता है।
*- नज़र बचानें के लिए करें नमक का उपाय:
घर के लोगों को नजर से बचानें के लिए अपने हाथ में थोड़ा सा नमक लेकर उसे प्रभावित व्यक्ति के सर के ऊपर से 7 बार वारकर पानी में फेंक दें। मान्यता है कि दिवाली के तीन दिनों तक ऐसा परिवार के हर सदस्य के साथ करना चाहिए, ताकि अगर कोई प्रभावित भी हो तो उसकी नजर उतर जाए। इससे आपका परिवार तांत्रिक प्रयोगों के प्रभाव से बचा रहता है।
*- अकेले सुनसान जगह पर जानें से बचें:
ऐसा भी कहा जाता है कि जो लोग तांत्रिक प्रयोग करते हैं, वह किसी सुनसान जगह की तलाश में रहते हैं। वह अपने प्रयोग सुनसान जगहों पर ही करते हैं। ऐसा माना जाता है कि ऐसे तांत्रिक प्रयोग तभी फलित होते हैं, जब इन्हें करते हुए कोई आपको देखें नहीं। ऐसे में अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुनसान जगहों पर दिवाली के दिन जानें से बचें और बच्चों को भी ऐसी किसी जगह खेलनें ना दें। रास्ते पर चलते समय बिखरी हुई चीजों से बचकर चलें।
*- आधी रात के बाद ना निकलें बाहर:
ऐसा माना जाता है कि तंत्र विद्याएँ और टोटके उस समय सबसे अधिक फल देते हैं, जब चंद्रमा पूरी तरह से शक्तिहीन हो जाता है। अमावस्या के समय चंद्रमा की शक्ति खो जाती है। इसलिए दिवाली की आधी रात को बाहर निकलनें से बचना चाहिए। यही नहीं बल्कि खुद की छत पर भी आधी रात के बाद टहलना नहीं चाहिए।
इन सावधानियों के द्वारा आप तंत्र-मंत्र के प्रयोगों से खुद को बचा सकते हैं।