क्या आप भी ढूंढ रहे हैं हमेशा खुश रहने के फंडे, तो ये खबर आपके लिए है
हमारा मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य तीन मुख्य कारणों से प्रभावित होता है. इसमें शामिल है – अनुवांशिक जीन, पर्यावरण, विचार और क्रियाएं. अधिकांश लोगों का उनकी भावुकता पर कोई नियंत्रण नहीं होता है. जब चीजें गलत हो रही होती हैं तो वो लोग उदास हो जाते है. जब उनके जीवन में सब अच्छा होता है जब वे उत्साहित महसूस करते हैं. हमारा जीवन एक रोलर कोस्टर की सवारी है जिसमें कभी ऊपर तो कभी नीचे और इस प्रकार जीवन चलता रहता है. लेकिन क्या होगा यदि आप खुश रहें तो इससे क्या होता है?
सवाल यह उठता है कि आप हर समय खुश कैसे रह सकते हैं? क्या ऐसा हो पाना संभव है या कुछ ऐसे तरीके है जिनसे इंसान हमेशा खुश रह सके. कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिन्हे अपनाकर आप हमेशा खुश रह सकते है.
एक्सरसाइज और व्यायाम करो-
एक अध्ययन के अनुसार, एक्सरसाइज और व्यायाम करने से हमारे मन की मनोदशा अच्छी रहती है. एक्सरसाइज करने से और व्यायाम करने से एंडोर्फिन नामक तत्व हमारे शरीर से निकलता है. उसके बाहर निकलते ही हमारा मन और शरीर हल्का महसूस करता है. इसके बाद बेहतर मूड रहता है. एक्सरसाइज और व्यायाम के बाद आप किसी व्यक्ति को बुरे मूड में कभी नहीं देखेंगे.
सकारात्मक सोच-
सकारात्मक सोच हमारे काम करने को प्रभावित करती है. कहते है – “खुशी सफलता का अग्रदूत होता है. हर चीज़ का हमारे जीवन में अलग-अलग महत्व और मूल्य होता है. तनाव, परेशानियां, सफलता, आर्थिक परिस्थितियां, रिश्ते, ख़ुशी और गम आदि का हमारे जीवन पर असर पड़ता है. इन सब बातों का तो केवल दीर्घकालिक असर होता है पर शेष प्रक्रिया हम हमारे आसपास की दुनिया की प्रक्रिया को कैसे अपनाते है उस बात से पड़ता हैं. यदि सफलता का दूसरा नाम खुशी है तो यह संभावना है कि आप सफलता हासिल करने से लिए सकारात्मक सोच और खुश रहकर अपने आप आगे बढ़ते चले जाते है.
मेडिटेशन का अभ्यास-
जब आप वर्तमान क्षण पर पूर्ण ध्यान देते हैं और इसे गैर-निष्कासन तरीके से स्वीकार करते हैं तो ये आपके सोचने और समझने की शक्ति को प्रभावित करता है. शांत मन समस्या का हल होता है. मेडिटेशन करने से आप अपने मन को शांत रख सकते है. मेडिटेशन मूड को अच्छा कर सकता है, तनाव के स्तर को कम करता है और जीवन की बेहतर गुणवत्ता के लिए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकता है.
अन्य टिप्स-
कुछ अन्य टिप्स में जिम्मेदारी का अहसास करना, उत्तेजना को बैलेंस रखना, किसी से कुछ उम्मीद न रखना, बुरी सोच से दूर रहना, अपनी अनुभवों को खज़ाना मानना, अपने जीवन में महान चीज़ों को याद करना, भरपूर नींद का आनंद लेना, दूसरों की मदद करना, दान पुण्य करना, लक्ष्य पर फोकस करना ताकतों की पहचान करना आदि.