आख़िरकार 4 साल बाद मिली आरुषि के माता-पिता को सफलता, जेल से रिहा हुए तलवार दम्पति
नई दिल्ली: नॉएडा के सबसे बड़े या यूँ कहें की देश के सबसे बड़े और चर्चित केस आरुषि-हेमराज हत्याकांड में इलाहबाद उच्च न्यायालय ने आरोपी तलवार दम्पति को राहत दी और उन्हें निर्दोष बताते हुए बरी कर दिया। हालांकि बारी होनें के बाद भी कई दिनों तक उन्हें जेल में ही रहना पड़ा। आख़िरकार तलवार दम्पति गाजियाबाद की डासना जेल से रिहा हो गए। आपको बता दें तलवार दम्पति की 4 साल के बाद जेल से रिहाई हुई है। बीते 12 अक्टूबर को इलाहबाद उच्च न्यायलय ने सबूतों की कमी की वजह से बारी कर दिया था।
नाम आँखों से साथ लगा लिया माँ को गले:
जेल से रिहा होनें के बाद सबसे पहले तलवार दम्पति नॉएडा के वायु विहार में आरुषि के नाना-नानी के घर पहुँचे। जब राजेश और नुपुर वहाँ पहुँचे तो आरुषि की नानी हाथ में आरती वाली थाली लेकर बाहर खड़ी थी। अपनी माँ को देखते ही नुपुर तलवार ने नाम आँखों के साथ उन्हें झट से गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि अब तलवार दम्पति आरुषि के नाना-नानी के घर ही रहेंगे।
मीडिया से बात किये बिना ही बैठ गए कार में:
जेल से रिहा होनें के तुरंत बाद तलवार दम्पति मीडिया को नजरंदाज करते हुए सीधे कार में जाकर बैठ गए। इस दौरान मीडिया से बातचीत करनें का काम राजेश तलवार और नुपुर तलवार के वकील ने किया। बातचीत के दौरान उन्होंने मीडिया को बताया कि अब मेरा दायित्व ख़त्म हो गया है। मैंने तलवार दम्पति को इंसाफ दिलानें का वादा किया था, जो पूरा हो गया। उनसे जब इस केस में आगे कुछ भी होनें की बात की गयी तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया।
9 सालों से नहीं मनी घर पर दिवाली:
आरुषि के नाना-नानी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने पिछले 9 सालों से घर पर दिवाली नहीं मनाई है। इस बार की दिवाली परिवार के साथ मनाएंगे लेकिन सामान्य तरीके से। हालांकि आरुषि को अब भी न्याय नहीं मिला, लेकिन पहले जिस तरह से यह केस अटकलों पर चल रहा था इस बार ऐसा नहीं हुआ है। बता दें नवम्बर 2013 से तलवार दम्पति अपनी बेटी आरुषि के क़त्ल के इल्जाम में सजा काट रहा था।