भारतीय नौसेना को मिला सबसे घातक युद्धपोत INS किलटन, बढ़ेगी समुद्र में भारत की ताकत
नई दिल्ली: भारत की रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने आईएनएस किलटन को भारतीय नौसेना को समर्पित कर दिया है। विशाखापत्तनम के पूर्वी नेवल कमांड में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहुंचकर इसकी औपचारिकता को पूरा किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार किलटन को अबतक का सबसे घातक नौसेना का युद्धपोत कहा जा रहा है। यह पनडुब्बियों को आसानी से मारकर गिरा सकता है।
भारत से खौफ खायेंगे दुश्मन:
मिली जानकारी के अनुसार इस घातक युद्धपोत का वजन 3500 टन है और इस पोत की लम्बाई 109 मीटर है। इस पोत में 4 डीजल इंजन लगे हुए हैं। आधुनिक हथियारों और सेंसर से लैस यह युद्धपोत समुद्र में 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चल सकता है। इस पर हेलीकॉप्टर लैंडिंग की भी सुविधा है। यक़ीनन इस युद्धपोत के भारतीय नौसेना में शामिल होनें के बाद भारत के दुश्मन भारत से खौफ खायेंगे।
जैविक, परमाणु और रासायनिक युद्धोंके लिए तैयार किया गया युद्धपोत:
केवल यही नहीं इस घातक युद्धपोत में राकेट लांचर भी लगा हुआ है। यह युद्धपोत रासायनिक, जैविक और परमाणु युद्ध जैसे खतरनाक हालातों से निपटनें के लिए तैयार किया गया है। जानकारी के लिए आपको बता दें इस युद्धपोत को नौसेना के नेवल डिज़ाइन निदेशालय के डिज़ाइन के आधार पर बनाया गया है। इस युद्धपोत को बनानें में हाई क्लास स्टील डीएमआर 249 का इस्तेमाल किया गया है।
गश्त और निगरानी के लिए किया गया निर्माण:
तटीय और अपतटीय क्षेत्रों की निगरानी और गश्त को ध्यान में रखते हुए कुछ ही दिनों पहले युद्धपोत आईएनएस तरासा को भी भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। इस युद्धपोत का निर्माण तटीय और अपतटीय क्षेत्रों पर गश्त और निगरानी के लिए मजबूती, उच्च गति और परिवर्तनशीलताके साथ बनाया गया है। 2016 में भी 2 आईएनएस युद्धपोतों तारमुगली और टिहायु को शामिल किया गया था। वर्मन में यह विशाखापत्तनम में तैनात हैं।
दुश्मनों की है भारत पर बुरी नज़र:
भारत पर बुरी नजर रखनें वालों की कमी नहीं है। ऐसे में भारत की तरफ से की जानें वाली जरा सी चूक भी भारत के लिए मुश्किल बन सकती है। जहाँ भारत को भूमि पर दुश्मनों से खतरा है, वहीँ समुद्र में भी दुश्मनों की कमी नहीं है।