खुलासा: बरामद संदिग्ध बैग से मिले जरुरी दस्तावेज, पता चला करोड़ों के संपत्ति की मालकिन है हनी
नई दिल्ली: राम रहीम के जेल जानें के बाद हुई भयानक हिंसा में कईयों ने अपनी जान गँवाई। इस हिंसा की जाँच कर रही पुलिस को गुरुसर मोडिया से एक बुरे रंग का बैग बड़ा सूटकेस मिला है, जिसमें कागजों का जखीरा प्राप्त हुआ है। इन कागजों में से कुछ कागज पिछले महीने हुई लेन-देन के भी हैं जो करोड़ों में हैं। इस सूटकेस से दर्जनों जमीन और मकानों के रजिस्ट्री के कागज भी मिले हैं।
बैग से बरामद हुए दर्जनों डेबिट कार्ड:
सूत्रों के मुताबिक ज्यदातर संपत्तियां हनीप्रीत के नाम से खरीदी गयी हैं। ये संपत्तियां मुंबई, दिल्ली, हिमांचल प्रदेश और पंजाब के साथ ही कई अन्य राज्यों की हैं। बताया जा रहा है कि बैग से 100 से ज्यादा संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली है। इन संपत्तियों का आकलन अभी तक नहीं किया गया है, लेकिन बताया जा रहा है कि ये 100 करोड़ से ज्यादा की हैं। पुलिस को बैग से दर्जनों डेबिट कार्ड भी प्राप्त हुए हैं।
डेरे से बरामद किये गए दो लैपटॉप:
ये डेबिट कार्ड अलग-अलग बैंकों के हैं। प्राप्त हुए डेबिट कार्डों में से कुछ हनीप्रीत के अकाउंट के भी हैं। डेरा का वित्तीय प्रबंधन हनीप्रीत के पास ही था। यह भी पता चला है कि डेरा का ज्यादातर लेन-देन उसी के माध्यम से होता था। जब पुलिस 8 सितम्बर को डेरा से समाज जब्त कर रही थी तो उसनें दो लैपटॉप भी बरामद किये थे। लैपटॉप की जाँच के लिए इसे फोरेंसिक प्रयोगशाला मधुबन भेजा गया था।
बैग से मिले 7 कंपनियों के दस्तावेज:
प्राप्त लैपटॉप की ज्यादातर फाइलें डिलीट कर दी गयी थी। आईटी एक्सपर्ट की टीम उन फाइलों को रिकवर करनें में जुटी हुई है। रिकवरी के दौरान जो फाइलें मिली हैं, उनमें से ज्यादातर राम रहीम की कंपनी के हैं। अब तक कुल 7 कंपनियों के दस्तावेज मिले हैं। एक कम्पनी का सम्बन्ध रियल एस्टेट से है जिसका मुख्यालय दिल्ली दिखाया गया है। डेरा का ज्यादातर पैसा रियल एस्टेट के कारोबार में लगा हुआ है।