शीशम के पेड़ के इन चमत्कारिक फायदों से होंगे आप अंजान, जानकर उठायें लाभ
शीशम का पेड़ और उसके आयुर्वेदिक फायदे: प्रकृति निर्मित इस दुनिया में कई ऐसी अद्भुत चीजें देखनें को मिलती हैं। प्रकृति ने इस पृथ्वी पर जल, जमीन और जंगल दिए हैं। सभी का अपना-अपना महत्व है। जहाँ जमीन पर रहनें का काम होता है, वहीँ जल से व्यक्ति अपनी प्यास बुझाता है। जंगलों का भी कम महत्व नहीं है। जंगलों की सहायता से ही शुद्ध वायु प्राप्त होती है, जो जीवन जीनें के लिए सबसे ज्यादा आवश्यक होता है। आज के समय में बढ़ते प्रदूषण की वजह से लगातार जंगल कम होते जा रहे हैं। जंगलों में तरह-तरह के पेड़-पौधे पाए जाते हैं। इनमें से कुछ पेड़-पौधे अपने औषधीय गुणों की वजह से जानें जाते हैं। आज हम आपको इसी क्रम में शीशम के फायदे (शीशम का पेड़ – shisham tree) के बारे में बतानें जा रहे हैं।
शीशम की लड़की होती है काफी मजबूत और महँगी
शीशम का पेड़ (shisham tree) आपको लगभग हर जगह देखनें को मिल जायेगा। यह शीशम का पेड़ देखनें में भले ही साधारण दिखाई दे, लेकिन इसके अन्दर कमाल के औषधीय गुण होते हैं। शीशम के पत्तों से एक चिपचिपा पदार्थ निकलता है, जिसका इस्तेमाल कई रोगों का इलाज करनें के लिए किया जाता है। शीशम के पत्ते के फायदे जैसे दर्दनाशक, अवसादरोधी, सड़न रोकनें वाला, कामोत्तेजना बढ़ानें वाला, जीवाणु रोधक और कीटनाशक के रूप में किया जाता है। इसके सबसे ज्यादा पेड़ ब्राजील में पाए जाते हैं। ब्राजील में इसके सदाबहार वन पाए जाते हैं। इसकी लकड़ी काफी महँगी और मजबूत होती है, जिसका इस्तेमाल घर बनानें में किया जाता है। शीशम का पेड़ (shisham tree) और उसके पत्ते काफी फायदेमंद होते है.
शीशम के पत्ते के फायदे
शीशम के पत्ते के फायदे शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत ही लाभदायक साबित होते हैं. शीशम के पत्तों से एक चिपचिपा पदार्थ निकलता है जो कई बीमाईयों के इलाज में उपयोग किया जाता हैं. आइये जानते है शीशम के पत्तों के फायदे :
अवसाद दूर करनें में सहायक
शीशम के तेल (शीशम का पेड़ – Sheesham tree) का सेवन करनें से अवसाद से ग्रस्त रोगियों को काफी राहत मिलती है। इसके तेल के बारे में कहा जाता है कि उसका सेवन करनें से निराशा और अवसाद से मुक्ति मिलती है। इससे व्यक्ति जीवन में सकारत्मक उर्जा के साथ आगे बढ़ता है। लोग अपने लक्ष्य को पानें में असमर्थ हो रहें हो उन्हें इसके तेल का अवश्य इस्तेमाल करना चाहिए।
दर्द से राहत
अगर आपको दाँतों, सर या जोड़ों में दर्द की समस्या है तो शीशम का तेल आपके लिए काफ़ी फायदेमंद है। अगर आप दांत के दर्द से परेशान है तो शीशम के तेल को रुई के फाहे में लगाकर दाँतों के नीचे रख लें, कुछ ही देर में फायदा दिखनें लगेगा। सर दर्द में शीशम के पत्ते के तेल से मालिश करनें पर काफी फायदा होता है, वहीँ जोड़ो के दर्द में तेल गर्म करके प्रभावित जगह पर लगायें।
हृदय रोग में फायदेमंद
शीशम के पत्ते के फायदे सबसे ज्यादा असरदार है ह्रदय रोग के लिए. अगर आपका कॉलेस्ट्रोल बढ़ गया है और आप हृदय रोग से पीड़ित हैं तो शीशम के पत्ते का तेल आपके लिए रामबाण इलाज साबित हो सकता है। शीशम के पत्ते के तेल का सेवन करनें से आपका रक्त प्रवाह भी सही रहता है। शीशम के तेम में खाना बनाकर खानें से पाचनशक्ति भी मजबूत रहती है।
मितली में राहत
जब मितली आती है तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता है और शरीर बेचैन रहता है। ऐसे में आपके लिए शीशम के तेल का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। इसके साथ ही उल्टी, कफ़ की समस्या, सर्दी, तनाव, त्वचा रोग या मुहांसों में भी शीशम का तेल काफी फायदेमंद होता है।
चोट पर फायदेमंद
अगर आपको चोट या घाव हो जाता है तो उसे भरनें में भी शीशम का तेल काफी फायदेमंद होता है। जहाँ भी घाव या चोट हो वहाँ पर शीशम के तेल में हल्दी मिलाकर बाँध लें, ऐसा करनें से आपका घाव बहुत जल्दी भर जाता है। इसके साथ ही फटी हुई एड़ियों के घाव भरनें में भी शीशम (shisham)का तेल फायदेमंद होता है।
लाल आँखों के इलाज के लिए
कई बार आँखों में कीट-पतंगों के गिर जानें की वजह से आँखें लाल हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में आप उसका इलाज शीशम के पत्तों से कर सकते हैं। शीशम के नर्म पत्तों को अच्छे से पीसकर उसकी लुगदी बना लें और उसे रातभर के लिए कपड़े की सहायता से पाने आँखों पर बाँध लें। इससे आँखों की लालिमा और दर्द दोनों ही ख़त्म हो जायेगा।