हर व्यक्ति को अपनी मृत्यु से पहले कर लेने चाहिए ये काम, होती है मोक्ष की प्राप्ति
जीवन एक भ्रम है और मृत्यु एक अटल सत्य, इस बात से ना ही आप इनकार कर सकते हैं और न ही कोई और। मृत्यु को कोई चाहकर भी नहीं टाल सकता है। इस कलयुग के समय में मृत्यु ही एक ऐसा माध्यम से जो सभी अच्छे-बुरे को ख़त्म कर देती है। मृत्यु क्या है, मृत्यु के बाद क्या होता है? मृत्यु के बाद आत्मा कहाँ जाती है और क्या करती है, इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब गरुण पुराण में दिए गए हैं। हिन्दू धर्म में गरुण पुराण को एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ के रूप में माना जाता है।
सीधे जाता है व्यक्ति स्वर्गलोक:
जब भी कोई मर जाता है तो उसकी आत्मा की शांति के लिए गरुण पुराण का पाठ किया जाता है। इस ग्रन्थ के बारे में कहा जाता है कि यह केवल आत्मा की शांति के लिए ही नहीं बल्कि व्यक्ति को जीवन में सही दिशा दिखानें का भी काम यह पुराण करता है। आज हम आपको कुछ ऐसे कामों के बारे में बतानें जा रहे हैं जिसे हर व्यक्ति को अपनी मृत्यु से पहले जरुर कर लेना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन कार्यों को करनें से व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है और वह सीधे स्वर्गलोक जाती है। इसके अलावा यह काम करनें से व्यक्ति का जीवन आसान हो जाता है।
जीवन में एक बार अवश्य करें ये काम:
*- भगवान विष्णु की पूजा:
ऐसा माना जाता है कि हिन्दू धर्म में आस्था रखनें वाले हर व्यक्ति को जीवन में कम से कम एक बार भगवान विष्णु की या उनके अवतार की पूजा सच्चे मन से करनी चाहिए। कहा जाता है कि भगवान विष्णु की पूजा करनें से जीवन के सभी कष्ट मिट जाते हैं। भगवान विष्णु के दश अवतार हैं, इसी वजह से उन्हें दशावतारी भी कहा जाता है। कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति उनके इन दश अवतारों के नाम का जाप करता है, उसके जीवन के सभी कष्टों का नाश हो जाता है।
*- एकादशी व्रत:
हर वर्ष 24 एकादशी आती है। अगर एक मास अधिक लग जाए तो यह संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार एकादशी के व्रत को सर्वश्रेष्ठ बताया गया है। जो भी व्यक्ति यह व्रत करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि एकादशी का व्रत रखनें से जीवन्म में एकग्रता प्राप्त होती है। मन भटकनें से बचता है और एकदशी के व्रत से जो पुण्य इकठ्ठा होता है वह मृत्यु पश्चात काम आता है। 24 एकादशियों में से कुछ एकादशी ऐसी भी होती हैं जो, करनें से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
*- गंगा स्नान:
हिन्दू धर्म में गंगा को केवल एक नदी ना मानकर गंगा माँ का दर्जा दिया गया है। इस नदी को महान और पवित्र माना गया है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि इस नदी में जो भी मनुष्य स्नान करता है, उसे पुण्य की प्राप्ति होती है। मोक्ष के द्वार उसके लिए खुल जाते हैं।
*- तुलसी पूजन:
हिन्दू धर्म में भगवान विष्णु और तुलसी पूजन को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। ऐसी मान्यता है कि विष्णु जी की पूजा के बाद अगर तुलसी पूजन किया जाए तो भगवान विष्णु अत्यंत ही प्रसन्न होते हैं। तुलसी को हर पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में भी शामिल किया जाता है। इससे व्यक्ति के सभी संकट दूर हो जाते हैं। यही वजह है कि तुलसी के महत्व को समझते हुए हर हिन्दू के घर में एक-एक तुलसी का पौधा जरुर होता है। वैज्ञानिक दृष्टि से भी देखा जाये तो इस पौधे मा महत्व काफी बढ़ जाता है।