इस दिवाली 27 साल बाद बन रहा है महासंयोग, होगी सौभाग्य प्राप्ति… जानिए कैसे
हिन्दु धर्म में दिवाली को सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है जो जीवन में नए बदलाव और सौभाग्य प्राप्ति का अवसर लेकर आती है और इस बार की दिवाली और भी शुभ संयोग लिए आ रही है क्योंकि 27 साल बाद इस दिवाली पर गुरु चित्रा योग का महासंयोग बन रहा है, साथ ही यह दिवाली इसलिए भी खास होगी क्योंकि इस दिन 7 चौघड़िए, एक अभीजित मुहूर्त और दो लग्न मिलाकर कुल 10 शुभ मुहूर्त बन रहे हैं.. इस शुभ संयोगों में की गई लक्ष्मी पूजा और खरीदारी सौभाग्य प्राप्ति की दृष्टि से बेहद लाभकारी सिद्ध होगी।आइए जानते हैं कि किस तरह से हम इस महासंयोग का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इससे पहले 1990 में बना था गुरू चित्रा का शुभ संयोग
हर साल कार्तिक मास की अमावस्या के दिन दिवाली मनाई जाती है और इस बार दीवाली में बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है। इस बार दीवाली 19 अक्टूबर, गुरुवार के दिन पड़ रही है और नक्षत्र मेखला की गणना के अनुसार 27 साल बाद गुरू चित्रा को शुभ संयोग बन रहा हैं जो कि इससे पहले ये योग 1990 में बना था और दुबारा ऐसा संयोग आगे 4 साल बाद यानी 2021 में बनेगा। दरअसल गुरुवार का दिन और चित्रा नक्षत्र इन तीनों के एक साथ होने का योग बहुत कम बनता है और इस बार यह स्थिति बन रही है।
इसलिए लाभकारी है गुरू चित्रा के शुभ संयोग में पूजा और खरीदारी
चूकि इस बार दिवाली गुरूवार को है और ज्योतिष में गुरु को सोना, भूमि, कृषि आदि का कारक ग्रह माना जाता है..इसलिए अगर आप इनसे सम्बन्धित कोई भी खरीदारी आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगी। वहीं चित्रा नक्षत्र चांदी, वस्त्र, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक चीजों के लिए खास व शुक्र की राशि वाला यह नक्षत्र समृद्धि का कारक है। साथ ही गुरु, शुक्र के साथ नक्षत्र का संचार लाभप्रद रहेगा और अमावस्या दर्श होने से इस योग को बल मिलेगा।
24 घण्टे के लिए मिलेगा इस महासंयोग का लाभ
ज्योतिषाचार्यों की माने तो ..इस बार दिवाली से पहले 13 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र में और इसके बाद 17 अक्टूबर को धनतेरस पर भी लोगों को जमकर खरीदारी करने का मौका मिलेगा.. लेकिन ज्योतिष के मान से गुरु चित्रा योग में पूजा व खरीदी विशेष ही नहीं बल्कि दीर्घ कालिक लाभ देने वाली मानी जाती है.. इसलिए आप इस योग का लाभ लेना ना भूलें । आपको बता दें कि 24 घण्टे तक इस संयोग का लाभ ले सकते हैं ..19 अक्टूबर की सुबह 07.25 से चित्रा नक्षत्र लगने के साथ गुरु चित्रा योग शुरू हो जाएगा जो कि अगले 24 घंटे तक रहेगा।
इस चतुर्ग्रही योग में करें लक्ष्मीपूजा
दिवाली की शाम प्रदोषकाल में महालक्ष्मी की पूजा करना श्रेष्ठ माना जाता है.. इस बार शाम 05.54 से रात 08.26 तक प्रदोषकाल रहेगा.. इस दौरान लोग धन, सुख-समृद्धि की कामना से लक्ष्मी, गणेश व कुबेर का पूजन कर सेकेंगे। साथ ही इस बार एक और खास बात यह भी है कि दिवाली पर लक्ष्मी की विशेष पूजा के लिए 12 साल बाद चतुर्ग्रही योग का संयोग भी बन रहा है जो कि रात 8 बजे के बाद शुरू होगा। इसमें सूर्य, चंद्र, बुध और गुरु चारों ग्रह तुला राशि में होंगे। इस शुभ योग में लक्ष्मी पूजा विशेष लाभकारी है जिससे अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
इस दिवाली के 10 शुभ मुहूर्त
आप इन चौघड़ियों, मुहूर्त व लग्न में सुविधा अनुसार बाजार से खरीदारी, घर-प्रतिष्ठानों में लक्ष्मी पूजा कर सकते हैं।
शुभ- सुबह 06.30 से 8 तक
चर- सुबह 11 से दोपहर 12.30 तक लाभ- दोपहर 12.30 से 2 तक
अमृत- दोपहर 02 से 03.30 तक
शुभ- शाम 05 से 06.30 तक
अमृत- शाम 06.30 से रात 8 तक
चर- रात 08 से रात 09.90 तक
अभीजित मुहूर्त- दिन के 11 से 12.30 तक
वृषभ लग्न- शाम 07.36 से 09.27 तक
सिंह लग्न- रात 02.04 से 04.10 तक