दुनिया की 10 सबसे खतरनाक बंदूकें!
अगर आप बंदूकों के शौक़ीन है, या हथियारों के बारे में जानना आपको अच्छा लगता है, तो ये खबर बस आपके लिए ही है। दुनिया में मौजूद बंदूकों को दो आधार पर बांटा गया है- मैकेनिकल और नॉन-मैकेनिकल। आज हम आपको दुनिया की सबसे बेहतरीन मेकैनिकल बंदूकों के बारे में बताएँगे। इस सूची में हम आपको उन बंदूकों के बारे में बताएँगे जिनमे उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है, तो ये रहे टॉप 10 बंदूकें-
1. हेकलर-कोच MG4 MG43 मशीन गन
5.56 एमएम की ये हलकी मशीन गन जर्मनी के हेकलर एंड कोच कंपनी द्वारा विकसित की गयी है। इस हथियार को 1990 में बनाया गया और इसकी पहली सार्वजनिक झलक सितम्बर 2001 में मिली।
अपने हल्के वजन के कारण यह बंदूक अपने उपयोगकर्ताओं को आर्टीकुल परिस्थितियों में भी उच्च विश्वसनीयता और अधिकतम सुरक्षा प्रदान करती है। अपनी बेहतर तकनीकी सुविधाओं के कारण इस मशीन गन ने बाकि के प्रतिद्वंदियों को कहीं पीछे छोड़ दिया है।
2. एक्यूरेसी इंटरनेशनल AS50 सनाईप राइफल
AS50 को ब्रिटिश कंपनी एक्यूरेसी इंटरनेशनल बनाती है। इसकी सबसे बड़ी खासियतों में से है, इसकी अचूक निशानेबाज़ी। जो काफी लंबी दूरी से भी लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है। यह राइफल काफी हल्की, सुन्दर और आसानी से परिवहनीय है।
इसके अलावा इस बन्दुक को बिना किसी औजार की मदद से सिर्फ 3 मिनट में खोला (डीअसेम्बल) किया जा सकता है। इसकी डिजाईन की अन्य सुविधाओं में दोहरी मशीनीकृत स्टील रिसीवर, अतिरिक्त रेल और 1.5 MOA की सटीकता शामिल है।
3. F-2000 असाल्ट राइफल
F2000 राइफल को बेल्जियम की एफ एन हर्शल द्वारा डिजाइन किया गया। F2000 को अबू धाबी में आयोजित एक प्रदर्शनी में 2001 में सार्वजनिक रूप से दिखाया गया था। इसकी विशेषताओं में एक मॉड्यूलर हथियार प्रणाली और एक कॉम्पैक्ट 5.56x45m नाटो क्षमता वाला एक बैल पप लेआउट में शामिल हैं। इस राइफल में दो मुख्य असेम्बली हैं और एक हटाने योग्य हाथ गार्ड ट्रिगर है, जो ट्रिगर गार्ड को ढकता है। सुरक्षा के लिए इन हथियारों में मैनुअल सुरक्षा के रूप में डबल्स और आकस्मिक निर्वहन से बचाने का भी ध्यान रखा गया है।
4. XM-307 ACSW उन्नत भारी मशीन गन
5. रूस निर्मित और भारत में बहुचर्चित AK47
मिखाइल कलाश्निकोव ने सोवियत संघ में AK-47 का निर्माण और विकास किया। यह एक चयनात्मक गैस से चलने वाली असाल्ट राइफल है। इसकी डिजाइन पर काम द्वितीय विश्व युद्ध में और फिर 1946 के बाद शुरू किया गया, एके -47 आधिकारिक तौर पर सिर्फ सैन्य परीक्षण के लिए पेश की गयी। यहां तक कि छह दशकों के बाद, इस मॉडल का सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है और इसके स्थायित्व की वजह से यह दुनिया में काफी लोकप्रिय राइफल बन गयी है। यह एक कम उत्पादन लागत और उपयोग में आसानी से आने वाली राइफल है। इसके निर्माण कई देशों में किया जाता है और सशस्त्र बलों के साथ ही क्रांतिकारी और आतंकवादी संगठनों के साथ दुनिया भर में इसका इस्तेमाल किया गया है। एके -47 को व्यक्तिगत और चालक दल-सेवा की आग्नेयास्त्रों के विकास का आधार माना जाता है।
6. MG-3 मशीन गन
एमजी 3 जो आधिकारिक तौर पर 7.62x51mm नाटो कार्टिज के लिए बनाई गई एक जर्मन सामान्य प्रयोजन की मशीन गन है। इस हथियार की डिजाइन भी द्वितीय विश्व युद्ध से ली गई है। MG3 को 1950 के दशक के आखिर में विकसित किया गया और अभी भी एक लंबे समय के बाद इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। यह एक दस्ते के लिए समर्थन हथियार के रूप में और वाहनों पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस हथियार और उसके डेरिवेटिव का भी 30 से अधिक देशों के सशस्त्र बलों द्वारा अधिग्रहण किया गया है। इस मशीन गन के लिए उत्पादन अधिकार इटली, स्पेन, पाकिस्तान, ग्रीस, ईरान, सूडान और तुर्की द्वारा खरीदे गए है।
7. उजी सब-मशीन गन
इसराइल के मेजर उजीएल गल द्वारा इस बंदूक को बनाया गया है। मशीन पिस्तौल का छोटे हथियारों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और यह पहली बंदूकों में से है जिनमे दूरबीन का इस्तेमाल किया गया। इस मशीन पिस्तौल का डिजाइन जापान की टाइप2 मशीन पिस्तौल से बिलकुल हटके है। 1950 में, इसके प्रोटोटाइप को किश्तों के रूप में पूरा किया गया। अगली सैनिकों की टोली, अधिकारियों, तोपखाने सैनिकों और टैंकरों के साथ ही इन्फैंट्री हमला बलों द्वारा इसे एक व्यक्तिगत रक्षा हथियार के रूप में परिभाषित किया गया है।
8. थॉमसन M1921 M1928 सब-मशीन गन (टॉमी गन)
1919 में , इस टॉमी गन का अविष्कार जॉन टी. थॉमसन द्वारा अमेरिकी टॉमी गन्स की श्रेणी में किया गया। अपने निषेध काल में यह बंदूक ज्यादा प्रचलित नहीं हो पाई, क्योंकि इसका इस्तेमाल अधिकारियों और मुजरिमों दोनों द्वारा किया जाता रहा। इसे टॉमी गन के अलावा ट्रेंच ब्रूम के नाम से भी जाना जाता है। इसकी श्रम दक्षता की वजह से इस बन्दुक का समर्थन अच्छे-बूरे सभी लोगों द्वारा किया गया। इसके अलावा इस बंदूक की सघनता, विश्वशनीयता और बड़े कारतूस इसे लोगों की पहली पसंद बन रहे थे।
9. DSR-50 स्नाइपर राइफल
DSR 50 एक स्नाइपर राइफल है, जो अधिक शक्तिशाली बंदूकों की सभी खासियतों से लैस है। यह 50 कैलिबर राउंड की बन्दुक है। यह एक बोल्ट एक्शन, सामग्री विरोधी राइफल है जो जर्मनी में निर्मित है। DSR 50 में बुल पप के अलावा मुक्त अस्थायी बैरल तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया है। इसमें फोल्डबके बाइपोड, जहां बैरल पाया जाता है के शीर्ष पर रखा गया है। DSR 50 आधुनिक सुविधाओं से लैस बंदूकों में से एक है।
10. HK-416 असाल्ट राइफल
यह जर्मनी की हेक्लर एंड कोच कॉम्पनीबद्वारा बांयी गयी सबसे उन्नत बंदूकों के में से एक है। यह अत्यधिक विश्वशनीय और उच्च मार्क क्षमता वाली बन्दुक है। जिसका इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है। इसका सैन्य स्तरों पर ज्यादातर इस्तेमाल होता है, लेकिन कई आपराधिक गतिविधियों में भी इस बन्दुक को देखा जा चूका है।