विश्व के 10 सबसे बेहतरीन लड़ाकू सैन्य टैंक
मारक क्षमता, सुरक्षा, सटीकता और गतिशीलता के आधार पर ये दुनिया के 10 सबसे बेहतरीन लड़ाकू टैंक है ( Top Battle Tanks ), जिनका दुनिया भर की सेनाओं में इस्तेमाल किया जा रहा है। ये आधुनिक तकनीकों से लैस भी है और डिजाईन में सुन्दर और मजबूत भी।
1. लियोपार्ड 2ए7 (जर्मनी)
यह टैंक जर्मनी के विख्यात टैंक लियोपार्ड 2 का आधुनिक संस्करण हैं। सुरक्षा के नजरिये से इसमें ज्यादा अच्छी तरह से आर्मर लगाये गयें हैं और बेहतर इलेक्ट्रॉनिक सुविधाओं का भी इस्तेमाल किया गया है।
जर्मन सेना ने पहली बार में 20 लियोपार्ड 2A7 एमबीटी का आर्डर दिया, ये लियोपार्ड 2A6 का उन्नत वर्जन है। जर्मन सेना ने 50 से 150 टैंक को अपग्रेड कर के 2A7 मानक पर लाने की योजना बना रही है। कतर ने 62 और सऊदी अरब ने 200 से अधिक ऐसे विमानों के निर्माण का आदेश दे दिया है।
2. के2 ब्लैक पैंथर (दक्षिण कोरिया)
वर्तमान में ब्लैक पैंथर दुनिया ले सबसे उन्नत मुख्य लड़ाकू टैंकों में से एक है, यह उत्तर कोरिया और चीन की किसी भी तकनीक से बेहतर है। इसके अलावा यह सबसे महंगा मुख्य लड़ाकू टैंक भी है।
ब्लैक पैंथर एक शक्तिशाली डीजल इंजन से सुसज्जित है। इसमें तेज और अत्याधुनिक हाइड्रोनुमैटिक निलंबन का इस्तेमाल भी किया गया है। वर्तमान में इस मुख्य लड़ाकू टैंक उत्पादन तक नहीं हो रहा। लेकिन हो सकता है जल्द ही यह टैंक दक्षिण कोरियाई सेना को अपनी सेवा देने शुरू कर दे।
3. एम1ए2 सेप (यूएसए)
एम1ए2 सेप, एम1ए2 का आधुनिक संस्करण है। इस टैंक में अविश्वसनीय प्रद्योगिकी और मजबूत कवच का इस्तेमाल किया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से यह सबसे बेहतर लड़ाकू टैंक है।
अपनी बंदूक और सटीकता के हिसाब से लियोपार्ड 2A7 इससे कहीं बेहतर टैंक है। फिर भी इसमें कई दुर्जेय फीचर्स हैं। इसका जटिल गैस टरबाइन इंजन अच्छा प्रदर्शन करता है, लेकिन इसके रखरखाव में बहुत खर्च आता है और इसका इंजन ईंधन का प्यासा है।
4. चैलेंजर-2 (ग्रेट ब्रिटेन)
यह एक बहुत ही सक्षम टैंक है। चैलेंजर-2 में नवीनतम चोम्भम कवच का इस्तेमाल किया गया है और दुनिया की सबसे सुरक्षित एमबीटी में से एक है। यह प्रत्यक्ष आग वाले हथियारों के खिलाफ बहुत ही उच्च स्तर का संरक्षण प्रदान करता है।
ग्रेट ब्रिटेन ऐसे 386 टैंकों का इस्तेमाल वर्तमान में कर रहा है और ओमान की सेना में ऐसे 38 टैंक है।
5. अर्माता (रूस)
अर्माता एक नयी पीढ़ी का नया रूसी मुख्य लड़ाकू टैंक है। इसका पहली बार सार्वजनिक रूप से 2015 में पता चला। इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन 2017-2018 में शुरू होने की उम्मीद है। अर्माता उन्नत सुविधाओं से लैस एक उम्दा किस्म का टैंक है। वर्तमान के T-90 से यह कुछ मिलता-जुलता टैंक है, लेकिन अर्माता बहुत बड़ा है।
6. मेरकावा एमके.4 (इजराइल)
इसे मेरकावा एमके.4 में कुछ सुधार करने के बाद तैयार किया गया। मेरकावा एमके.4 दुनिया के सबसे संरक्षित टैंकों में से एक है। इस एमबीटी में एक असामान्य डिजाइन के साथ इंजन को सामने की तरफ रख गया है जो चालक दल को अतिरिक्त सुरक्षा देता है और बहरी आक्रमणों से बचने का मौका भी देता है। सभी मेरकावा श्रृंखला के टैंक के अगले डिब्बे में घायल सैनिकों और कार्गो रखने की इफरात जगह है। गोला-बारूद हटाने के बाद यह टैंक 10 सैनिकों को ढो सकता है।
7. टिके-एक्स (जापान)
जापान के नवीनतम विकास का उदाहरण टीके-एक्स और टाइप-10 हैं। यह सेना में 2012 से अपनी सेवाएं दे रहा है। वर्तमान में यह दुनिया के सबसे उन्नत लड़ाकू टैंकों में से एक है।
यह नया हल्का एमबीटी ज्यादा चुस्त है, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से यह समकालीन टैंकों की तुलना में काम सुरक्षित है।
8. लेक्लर्क (फ्रांस)
इस फ्रेंच मुख्य लड़ाकू टैंक सेवा ने सेना में 1992 में प्रवेश किया। बाद में कई पश्चिमी टैंकों में इसकी डिजाईन से जुड़े फीचर्स का इस्तेमाल किया गया। इसमें सबसे बेहतर डिजाईन का कवच लगाया गया है, जो तकनिकी स्तर पर भी बाहर आधुनिक है।
वर्तमान में फ्रांस में 406 और सऊदी अरब में 388 ऐसे टैंक अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
9. टी-90 (रूस)
वर्तमान में टी-90 ही केवल ऐसा टैंक है जिसका रूस में भरी मात्रा में उत्पादन किया जाता है। यह अपने पश्चिमी प्रतिद्वंद्वियों जितना परिष्कृत नहीं है, हालांकि इसमें साबित प्रौद्योगिकी और सस्ती तकनीक का इस्तेमाल हुआ है। वर्तमान में यह विश्व स्तर पर सबसे व्यावसायिक और सबसे सफल मुख्य लड़ाकू टैंक है। इसके अलावा यह आधुनिक लड़ाकू टैंकों में सबसे सस्ता भी है।
वर्तमान में लगभग 700 टी-90 सिर्फ रूस में इसके अलावा अल्जीरिया में 305, अज़रबैजान में 20, भारत में 620, तुर्कमेनिस्तान में 40 और बेनुजुएला में 50 से 100 के लगभग टी-90 इस्तेमाल किये जा रहे हैं।
10. ओप्लाट-एम (यूक्रेन)
सोवियत संघ के पतन के साथ, यूक्रेन निरंतर T-80UD का मुख्य लड़ाकू टैंक के तौर पर विकास करता आया। उसी का नवीनतम संस्करण है ओप्लाट-M।
ओप्लाट-M ने यूक्रेनी सेना के सभी परीक्षण पूरे किये और अभी इसकी सेवाएं सेना के साथ लागु नहीं हुई है अर्थात रुकी हुई हैं। इसके अलावा यह थाईलैंड में अपनी सेवाएं दे रहा है। इस टैंक है मोटे तौर पर इस्तेमाल मारक क्षमता, सुरक्षा और गतिशीलता के मामले में किया जाता है। नवीनतम रूसी संस्करण T-90 का उत्पादन वर्तमान में एक छोटी संख्या में किया जा रहा है।