38 दिनों बाद सामने आयी हनीप्रीत, किया राम रहीम से अपने रिश्तों पर अहम खुलासा
नई दिल्ली: जिस दिन का हरियाणा पुलिस और पुरे देश को बेसब्री से इन्तेजार था आज वो दिन आ गया है। जी हाँ जिस हनीप्रीत की हरियाणा पुलिस पिछले 38 दिनों से बेशब्री से इंतज़ार कर रही थी, आज वो खुलकर मीडिया के सामने आ गयी हैं। मीडिया के सामने आते ही उन्होंने अपने और अपने मुंहबोले पिता राम रहीम के बारे में कई हैरतअंगेज खुलासे किये हैं। हालांकि इस खुलासे के बाद हनीप्रीत को राहत मिलनें वाली है या नहीं कुछ कहा नहीं जा सकता है।
पुलिस को नहीं मिली कामयाबी:
ज्ञात हो डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम के ऊपर अपने ही डेरे की दो साध्वियों के साथ बलात्कार का माला दर्ज था। इस मामले में राम रहीम को सीबीआई की विशेष अदालत ने दोषी पाया और उसे 20 साल की सजा सुना दी। सजा सुनाये जानें के दिन राम रहीम के साथ उसकी राजदार हनीप्रीत भी उसके साथ थी, लेकिन अचानक फिर गायब हो गयी। उसके गायब होते ही पुलिस उसकी तलाश में जुट गयी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
जैसा दिखाया जा रहा है, वैसी बिलकुल नहीं हूँ मैं:
अब हनीप्रीत खुद ही सामनें आकर एक हिंदी न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू दिया और अपने और बाबा के रिश्तों के बारे में अहं खुलासा किया। हनीप्रीत ने कहा कि, “ जो न्यूज़ चैनलों में दिखाया जा रहा है मैं वैसी बिलकुल नहीं हूँ।“ हनीप्रीत ने यह भी कहा कि मुझे जैसे न्यूज़ चैनलों में दिखाया जा रहा है, उसे देखकर मैं खुद डरने लगी हूँ। उसनें बताया कि वह अपनी मेंटल स्थिति के बारे में बता नहीं सकती है।
उसे देशद्रोही कहा जा रहा है, जो बिलकुल गलत है। अपने पापा (राम रहीम) के साथ एक बेटी कोर्ट में अपनी मर्जी से नहीं जा सकती है। उसे अन्दर जानें की इजाजत दी गयी थी। उसनें अपने बचाव में कहा कि उसनें एक बेटी का फर्ज अदा करके कौन सा अपराध कर दिया है। क्या कोई बाप अपनी नेति के सर पर प्यार से हाथ भी नहीं रख सकता है। क्या अपनें पिता से प्यार जाताना गलत है, मैं कहाँ गुनाहगार हूँ। हिंसा भड़काने के बारे में हनीप्रीत ने कहा कि मुझे जाँच के बाद ही अन्दर भेजा गया था।
किसी को एक चिट्ठी के आधार पर कैसे ठहराया जा सकता है गुनहगार:
मुझे तो भरोसा था कि सब ठीक हो जायेगा, लेकिन फैसला खिलाफ आया। उस समय हमारा दिमाग काम ही नहीं कर रहा था, ऐसे में हम हिंसा कैसे भड़काते। किसी ने मुझे कुछ गलत करते या कहते सुना है क्या? क्या मैंने कोर्ट में कुछ गलत किया। उसनें चिट्ठी के बारे में कहा कि कैसे किसी को एक चिट्ठी के आधार पर गुनाहगार माना जा सकता है। क्या हजारों और लडकियाँ झूठ बोल रही हैं।