जानिये जब आप डिप्रेशन में होते हैं तो शरीर पर इस का क्या असर पड़ता है , इस तरह बचे डिप्रेशन से
क्या आप जानते हैं अवसाद यानि मानसिक तनाव से ना सिर्फ आपकी सेहत पर असर पड़ता है बल्कि इससे आपको कई गंभीर बीमारियां भी हो जाती हैं. जी हां, आज हम आपको कुछ ऐसी ही गंभीर बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं.
क्या कहती रिसर्च-
हाल ही में आई एक रिसर्च के मुताबिक, भारत जैसे देश में टैंपोरोमैंडिबुलर ज्वॉइट डिस्ऑर्डर (टीएमडी) से पीडित लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. केवल भारत में ही कुल आबादी का 52 फीसदी हिस्सा टैंपोरोमैंडिबुलर ज्वॉइट डिस्ऑर्डर से प्रभावित हैं. आपको जानकर हैरानी होगी टीएमडी का सीधा संबंध जबड़े में होने वाले दर्द से है. ये दर्द अवसाद के कारण भी हो सकता हैं. दरअसल, नीचे का जबड़ा टैंपोरोमैंडिबुलर ज्वॉइट डिस्ऑर्डर को सीधेतौर पर दिमाग से जोड़ता है.
क्या संबंध है जबडे में दर्द और अवसाद का-
विशेषज्ञों के मुताबिक, अवसाद या तनाव के दौरान अक्सर देखा गया है कि लोग अपने जबड़े को भींचते हैं या दांत पीसने लगते हैं. ऐसे में मांसपेशियां में तनाव रहता है और जबडे को आराम नहीं मिल पाता. इससे जबड़े में सूजन, दर्द और कमजोरी आ जाती है.
टैंपोरोमैंडिबुलर ज्वॉइट डिस्ऑर्डर के लक्षण-
टीएमजे के लक्षणों में आमतौर पर जबड़े में दर्द, कान और गाल के पास खिंचाव, बहुत ज्यादा थकान महसूस होना, दांतों में दर्द होना, सिरदर्द की शिकायत और साथ ही उबासी लेते समय क्लिक की आवाज आना शामिल है.
कई बार टैंपोरोमैंडिबुलर ज्वॉइट डिस्ऑर्डर का कारण तनाव ना होकर दांतों में दर्द, साइनस बढ़ने या मसूड़ों के रोग के कारण भी हो सकता है. ऐसे में टैंपोरोमैंडिबुलर ज्वॉइट डिस्ऑर्डर के असल कारण का पता होना बेहद जरूरी है.
टैंपोरोमैंडिबुलर ज्वॉइट डिस्ऑर्डर का इलाज-
डॉक्टर्स के मुताबिक, यदि व्यक्ति टीएमजे विकार से ग्रस्त है और मुंह खोलते या कुछ चबाते समय क्लिक की आवाज आती है लेकिन दर्द नहीं होता या असहजता महसूस नहीं होती तो इलाज की जरूरत नहीं है. लेकिन यदि दर्द है तो उपचार करवाना बेहद जरूरी है.