यशवंत सिन्हा बीजेपी के घर में विभीषण जैसे हैं, नहीं रुकें तो मोदी के मिशन 2019 पर होगा बहुत बुरा असर
नई दिल्ली – अर्थव्यवस्था पर कटाक्ष भरा लेख लिख भाजपा नेता यशवंत सिन्हा सुर्खियों में छाए हुए है। यह बीजेपी लिए घर के भेदी जैसे साबित हो रहे हैं। इसलिए पार्टी ने सिन्हा को बिना देर किए अलग हटने में देर नहीं की। यशवंत सिन्हा ने अपने लेख के जरिए नोटबंदी और जीएसटी को इकॉनामिक का डिजास्टर बताया, जिसपर वर्षों से किसी मुद्दे के लिए भुखे बैठे विपक्ष को बीजेपी और पीएम मोदी पर हमला करने का बहाना मिल गया। हालांकि, यशवंत सिन्हा को सबसे करारा जवाब किसी और ने नहीं बल्कि उनके बेटे जयंत सिन्हा ने दिया। यशवंत सिन्हा के लेख के ठीक अगले दिन जयंत सिन्हा ने नोटबंदी और जीएसटी को देश की इकॉनामिक के लिए गेमचेंजर बताया।
क्या कहा था यशवंत सिन्हा ने?
बीजेपी के सीनियर नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार के आर्थिक फैसलों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास वित्त मंत्रालय को देने के लिए समय नहीं हैं, जिस वजह से मोदी सरकार आर्थिक मोर्चे पर फिसल हो रही है। उन्होंने यहां तक दावा किया था कि सरकार के फैसलों से कई और नेता भी असंतुष्ट हैं, लेकिन वो खुलकर बोल नहीं पा रहे हैं। यशवंत सिन्हा अपने लेख में लिखा था कि देश में आर्थिक विकास की दर गिर रही है। GDP के आंकड़े चिंताजनक है और देश गरीबी की ओर जा रहा है।
क्या था अरुण जेटली का जवाब?
केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाने के जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा की सिन्हा जी को 80 साल की उम्र में नौकरी चाहिए। उन्हें वित्त मंत्री के रूप में अपना रिकॉर्ड याद नहीं है। उन्होंने कहा कि यशवंत सिन्हा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। जेटली ने कहा कि मुझे पूर्व वित्त मंत्री होने का सौभाग्य नहीं मिला है और न ही मैं ऐसा पूर्व वित्त मंत्री बना हूँ जो आज स्तंभकार है। इसमें जेटली का पहला उल्लेख सिन्हा और दूसरा चिदंबरम के लिए था।
जयंत सिन्हा ने क्या कहा?
अपने पिता केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाये जाने पर जवाब देते हुए यशवंत सिन्हा के बेटे और केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने सरकार की आर्थिक नीतियों का बचाव करते कहा कि जीडीपी ग्रोथ रेट की तस्वीर एक-दो क्वार्टर से फ नहीं होती। पिता द्वारा नौकरियों की कमी पर उठाएं गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि स्ट्रक्चरल रिफार्म्स में करोड़ों जॉब आएंगे। खैर जो भी हो यशवंत सिन्हा के बारे में यही कहा जा सकता है कि हर घर में विभीषण की तर्ज पर बीजेपी के घर में भी एक भेदी मिल गया है।