सावधान ! इन बीमारियों के कारण हो सकता है ब्रेन हैमरेज
ब्रेन हैमरेज एक ऐसी घातक बीमारी, जो विश्व में मौत का तीसरा सबसे बड़ा कारण हैं। आकड़े बताते हैं कि हर साल लगभग छह लाख लोग स्ट्रोक से मरते हैं। ब्रेन हैमरेज के कारण हो रही मौतों की सबसे बड़ी वजह इसका सही समय पर पहचान ना हो पाना है। हालिया स्वास्थ्य सर्वे में भी ये बात सामने आई है कि मरिज के साथ साथ काफी हद तक डॉक्टर्स भी सही समय पर इसकी पहचान करने में भूल कर जाते हैं परिणाम स्वरूप ये घातक रूप ले लेता है और मरिज की जान चली जाती है। ऐसे में समय रहते इसके लक्षणों की पहचान करना बेहद जरूरी है।इसके साथ ही ध्यान रखने वाली बात ये है कि कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी ब्रेन हैमरेज का खतरा बढ़ जाता है ..ऐसे में इन रोगों के शिकार व्यक्तियों को खास सतर्क रहना चाहिए। आज हम आपको कुछ ऐसी बीमारियो के बारे में बता रहे हैं जिसके पेशेंट में ब्रेन हैमरेज होने का खतरा अधिक होता है।
शरीर में मस्तिष्क और नाड़ियो को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की निरंतर आपूर्ति रक्त वाहिकाओं से रक्त के जरिए की जाती है और जिस तरह ह्रदय को रक्त की आपूर्ति न होने पर हार्ट अटैक आ जाता है, उसी प्रकार दिमाग में जब भी अचानक से रक्त प्रवाह कम होता है या किसी कारणवश अवरोधित होता है तो स्ट्रोक होने का खतरा लगातार बना रहता है। ऐसे में ब्रेन हैमरेज या पैरालिसिस की स्थिति आ सकती है। कभी-कभार दिमाग में रक्तस्त्राव होने के कारण भी ब्रेन स्टोक की नौबत आ सकती है।
ये स्वास्थ्य समस्याएं हैं ब्रेनहेम्रेज के लिए जिम्मेदार
ब्रेन हैमरेज होने के लिए कई सारी बीमारियां जिम्मेदार है.. इनमे से प्रमुख हैं हाई ब्लड प्रेशर , डायबिटीज और थॉयराइड जैसी बीमारिया । इनकी वजह से ब्रेन हैमरेज होने का खतरा बढ़ जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर अपने आप में गम्भीर रोग है जो अनुवांशिक या दूसरे कारणो से होती है। साथ ही इसकी अधिकता ब्रेन हैमरेज, हार्ट अटैक, किडनी फेल्यॉर, आंखें खराब होने वाला लकवा जैसे घातक रोगों को बढ़वा देती है। उच्च रक्तचाप के 40 से 50 % रोगियों में मस्तिष्क का दौरा होने की आशंका होती है।
डायबिटीज
डायबिटीज के कारण भी ब्रेन हैमरेज होने की सम्भावना बढ़ जाती है। मधुमेह के रोगियों में Stroke की जोखिम 2 से 3 गुना ज्यादा होती है।
थॉयराइड
थायरॉइड का बिगड़ा रूप भी ब्रेन हैमरेज का कारण बन सकता है। बदलती जीवनशैली इसका मुख्य कारण है, ऐसे में इससे बचने के लिये खान-पान व दिनचर्या में सकारात्मक बदलाव करें।
इसके अलावा नियमित शराब और तंबाखू का सेवन करने वाले या धूम्रपान करने वाले व्यक्ति,माईरेन के रोगी, तनावग्रस्त व्यक्ति, मोटापे का शिकार लोग जो सुस्त रहते है और किसी प्रकार का कोई व्यायाम नहीं करते है उनमें ब्रेन हैमरेज होने की सम्भावना अधिक होती है।