विजय दशमी के पावन अवसर पर तिजोरी में रखें ये चीजें, जीवन में कभी नहीं होगी धन की कमी
भारत शूरवीरों का देश रहा है। प्राचीनकाल से ही यहाँ के लोग शौर्य के उपासक रहे हैं। समाज और व्यक्ति के अन्दर वीरता प्रकट हो इसलिए भारतीय संस्कृति में विजयदशमी और दशहरा का पर्व मनाया जाता है। दशहरा के पर्व को अश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। शारदीय नवरात्री में माता के नौ रूपों की आराधना की जाती है और दशमी के दिन रावण का दहन किया जाता है।
सभी कार्यों में सिद्धि वाला पर्व है दशहरा:
इस बार दशहरा 30 सितम्बर को मनाया जा रहा है। भारतीय संस्कृति में दशहरा के दिन शक्ति की पूजा की जाती है। प्राचीन शास्त्रीय परम्परा के अनुसार दशहरा के दिन क्षत्रिय-क्षत्रपों के यहाँ शक्ति के रूप में अस्त्र-शस्त्रों की पूजा की जाती है। दशहरा पर्व को सभी कार्यों में सिद्धि प्राप्त करनें वाला पर्व माना जाता है। इस दिन पूजन करनें से सभी मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
अश्विन मास के शुक्ल पक्ष में दशमी तिथि को विजया भी कहा जाता है। यह सभी कार्यों में सिद्धि प्राण करनें वाली होती है। यह कहा जाता है कि जो भी कार्य इस दिन शुरू किया जाता है, उसमें सफलता की पक्की गारंटी रहती है। सांसारिक परेशानियों से जूझ रहे लोगों के लिए भी यह दिन बहुत ख़ास होता है। इस दिन किये गए हर प्रयास में सफलता मिलती है। इसमें किसी तरह की हानि भी नहीं होती है।
विजय दशमी के दिन जरुर करें ये काम:
*- ऐसा माना जाता है कि विजय दशमी के दिन यात्रा करना बहुत ही शुभ होता है। इसलिए छोटी ही सही लेकिन इस दिन यात्रा जरुर करें।
*- दशमी के दिन शमी के पेड़ का विधिवत पूजन करें और उसके पत्तों को तोड़कर तिजोरी में रखें। इससे आपको जीवनभर धन की कमी नहीं होगी।
*- यह भी कहा जाता है कि दशहरे के दिन घट स्थापना वाला कलश कुछ समय के लिए अपने सर पर रखनें से माता प्रसन्न हो जाती हैं और सदा अपना आशीर्वाद बनाए रखती हैं।
*- अगर आप धन की कमी का सामना कर रहे हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो दस साल से कम उम्र की कन्या को इस दिन उसके पसंद की चीजें भेंट करें। इसके बाद उसके हाथ में कुछ पैसे दें और उसे घर या दुकान की तिजोरी में रखवाएं।
*- जीवन में वैभव, सम्पन्नता और सौभाग्य प्राप्ति के लिए स्वच्छ कपड़े को पानी में भिगोकर अच्छे से निचोड़कर माता के चरण उससे पोछें और उस कपड़े को घर या दुकान की तिजोरी में रख दें। ऐसा करनें से धन दुगुनी गति से बढ़ता है।
*- दशहरा के दिन मंदिर जाकर माँ दुर्गा के चरणों में लगे हुए सिंदूर का टिका लगायें और विवाहित महिलाएँ उसे माँग में भरें। वहाँ से एक चुटकी सिंदूर अपने घर भी लायें। घर में वैभव, सम्पन्नता और समृद्धि हमेशा बनी रहेगी।