राजनीति
मोदी सरकार ने सीमा पर लगाई नई तकनीक…!
LOC पर दीवार ऐसे देगी काम को अंजाम
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रडार को अलग-अलग लोकेशन पर फिट किया जाएगा।
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रडार को एक सेन्ट्रल मॉनिटिरीग कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा।
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रडार किसी भी मूवमेंट को पकड़ने के साथ ही उस जगह की इमेज और वीडियो बना कर सीधा कंट्रोल रूम तक पहुंचाएगा।
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इस तकनीक के सहारे आतंकियों की लोकेशन और संख्या के साथ साथ उनके पास मौजूद हथियार और गोला बारूद की जानकारी भी कंट्रोल रूम को देगा।
बुरहान कांड से आई तेजी
आतंकी बुरहान के एनकाउंटर के बाद घाटी में बदले हालात को देखते हुए इस रडार की खरीद में तेजी लाई गई है। पूर्व गृहसचिव मधुकर गुप्ता के नेतृत्व में एक कमेटी ने भी एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर इलेक्ट्रानिक सर्विलांस बढ़ाने की सिफारिश की थी। इन रडार की खरीद इसी दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. इस तकनीक में महारथ हासिल करने के लिए सुरक्षा बलों की एक टीम इजरायल में ट्रैनिंग लेने के लिए जल्दी ही रवाना होगी।
डोभाल लगे हैं पीछे
घने जंगलों का सहारा लेकर सुरक्षा बलों को गच्चा दे रहे आतंकियों को अब तीसरी आंख के सहारे माकूल जवाब देने की तैयारी हो चुकी है। एनएसए अजीत डोभाल खुद इस प्रोजेक्ट को जल्दी से जल्दी पूरा करने पर जोर दे रहे है। एनएएसए की ये कोशिश आतंक के आका हाफिज सईद के आतंकियों को जल्दी से जल्दी उनके अंजाम तक पहुंचाने की है।