हृदय रोगों से बचने के लिए अपनाएं ये तरीके, रहेंगे स्वस्थ जीवन भर
क्या आप जानते हैं कि भारत को विश्व के कार्डियो वैस्कुलर डिसीज (सीवीडी) की राजधानी घोषित कर दिया गया है? यह दुनिया भर में मौतों के लिए सबसे बड़े कारणों में से एक है.
वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के मुताबिक, एक साल में हृदय रोग के कारण लगभग 17.5 मिलियन लोग मर जाते हैं. इनमें से, स्ट्रोक के कारण 6.7 मिलियन और कोरोनरी हृदय रोग के कारण 7.4 मिलियन लोगों की मौत होती है.
हर साल, 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि हृदय की समस्याओं के बारे में जागरूकता फैल सकें और हृदय की देखभाल कैसे की जा सके.
आजकल के समय में जीवनशैली संबंधित रोग बढ़ रहे हैं. ऐसे में रोग के जोखिम कारकों को समझना और उन्हें दूर करने की दिशा में काम करना महत्वपूर्ण है. अगर किसी का पारिवारिक इतिहास हृदय रोगों का होता है तो उन्हें अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है.
आज की व्यस्त जीवन में हृदय की समस्याओं को रोकने के लिए आज हम आपको कुछ आसान और स्मार्ट तरीके बता रहे हैं.
रोजाना करें व्यायाम-
अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए, प्रत्येक दिन व्यायाम करें. 30-45 मिनट की अवधि के लिए शारीरिक गतिविधि के किसी भी रूप में दैनिक व्यायाम बेहद जरूरी है. अध्ययनों से पता चला है कि तेज कदमों से पैदल चलकर रोजाना वयस्कों की जीवन प्रत्याशा में दो घंटे जोड़ सकते हैं. जीवनशैली में कुछ बदलाव करके जैसे एलेवेटर के बजाय सीढि़यों से जाना, पार्किंग में गाड़ी दूर खडी करके पैदल ऑफिस जाना, दोपहर के भोजन के कुछ देर बाद टहलना.
योगा-
कुछ योग आसन जैसे कि वीरभद्रसाना, ताड़ासन, भुजंगासन, वृक्षासन भी दिल की समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं. ऐसा कहा जाता है, यदि आप इन योग मुद्राओं का रोजाना अभ्यास करते हैं, तो आप हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा कम कर सकते हैं.
स्वस्थ आहार-
सही और स्वस्थ आहार स्वस्थ हृदय की कुंजी है. हालांकि, हम में से अधिकांश इसे अनदेखा करते हैं. जो भी कुछ व्यक्ति खाता वह सीधे दिल को प्रभावित करता है. इसलिए सुनिश्चित करें कि हरे और पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें. चीनी का सेवन कम करें. सोडा पदार्थों का सेवन ना करें. प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें. बहुत ज्यादा सोडियम शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ पैदा कर सकता है जो आपके दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है. इसलिए नमक का कम मात्रा में सेवन करें.
अन्य उपाय-
वजन नियंत्रित रखें.
तनाव से दूर रहें.
धूम्रपान और शराब से दूर रहें.