मोदी जी का गौरक्षा पर दिया हुआ बयान निकला सच !! मिल गया है इतना बड़ा सुबूत …
ब्लेड और नुकीली चीजों से पेट के अंदर का भाग फट जाता है और खून बहने से गायें मर जाती हैं। इनका पेट इतना कबाड़ से भर जाता है कि इसके अंदर चारा खाने की जगह नहीं बचती इसलिए कई बार तो गायें भूख से मर जाती हैं.
हिंगोनिया गौशाला के सर्जन देवेंद्र सिंह कहते हैं कि कई बार तो गायों के अंदर ये सब जहर बन जाता है। गायें इस अवस्था में हमारे पास आती हैं कि हम उन्हें ऑपरेशन करके भी बचा नहीं पाते हैं। सबसे बड़ी बात है कि जयपुर में पॉलिथीन बंद है तो शहर में ये पॉलिथिन आ कैसे रही हैं। यही सवाल राजस्थान हाईकोर्ट ने भी जयपुर पुलिस कमिश्नर से पूछा है।
इसके अलावा गायों के पेट में बड़ी संख्या में सिक्के निकलते हैं। लोग गायों को गुड़, लड्डू और रोटी में सिक्के लपेटकर पिंडदान कर खिलाते हैं। जो इनके पेट में जाकर नुकसान करता है। रोजाना चार से पांच गायों का यहां ऑपरेशन होता है, जिनके पेट से ये सब निकलता है। इन सब चीजों के पेट में होने की वजह से इनका पेट अंदर ही अंदर फट जाता है। जयपुर शहर में पॉलिथिन पर पाबंदी है, मगर इसके बावजूद यहां हर तरफ पॉलिथीन मिल रही हैं।